लोग कुछ भी कहते है
सच हुआ तो कहेंगे हमने कहा था
झूठा साबित होते हैं
तो कहेंगे हमने कब कहा था
अपनी चलती है तो कहेंगे काम वाला है
अपनी रुकती है तो कहेंगे निकम्मा है
जब कुछ अच्छा करो तो कहेंगे होशियार है
जब कुछ ना करो तो कहेंगे नालायक है
लोगों के पास जब कुछ नहीं होता
बात करने के लिए
तो हम आपसी बातों को भी वो
दो चार लोगों के बीच जाहिर कर देते है
अच्छे लोग बेशर्म नही होते
बेशर्म लोग अच्छे नहीं होते
आप गलत रहो तो आप पर
उंगलियां उठेगी
पर दोगले लोग रहते है यहां
आप सही रहो तब भी
आप पर उंगलियां उठेगी
कभी कॉल की रिंग बजेगीतो कभी दरवाज़े की बेलसुकून से सोने भी नही देते ये लोगआ जाते हैं खून पीने
हमने घर बनाया नई गाड़ी खरीदी
इतना-इतना कमाया
और कहने के लिए कुछ होता है इनके पास
तो गए थे घूमने यहां-वहां
ये चीज़ इतने रुपए की है
इतने-इतने दामों में ये सब खरीदा
हमने उनको वो दिया
उन्होंने हमको ये दिया
और कहने के लिए कुछ होता है इनके पास
तो कहेंगे किसने किसको क्या दिया
कतरा-कतरा उठा लेते है
अपना बना लेते है
अच्छी बात है कि
लोग खुद के लिए जीते हैं
नया खरीदकर पुराना बेच देते है
नया खरीदकर पुराना दान कर देते है
अच्छी बात है कि
अपना समझकर हक जाताते है
कैसी याद कैसी निशानी कैसी अमानत
काम ना आया पुराना
कचरे में फेंक देते है
प्यार में इंतज़ार करना
हर किसी को नहीं आता
दूसरा मिला तो
पहले वाले को भूल जाते हैं लोग
कुछ लोग वक्त से पहलेसमझ में नहीं आतेजब तक हम समझ पाते हैंतब तक बहुत देर हो चुकी होती है
लोगों को रुकने के लिए जगह दोतो बैठ जाते हैंबैठने के लिए जगह दोतो सो जाते हैंसोने के लिए जगह दोतो रह जाते हैरहने के लिए जगह दोतो कब्जा कर लेते है
कुछ लोगों को अच्छा लगता है दूसरों के निजी मामले में दखल देना
अच्छे लोगों को अच्छे लोग नहीं मिलते
हमारा देखो कितना अच्छा है और तुम्हारा ऐसे हमारे पास देखो इतना सब है और तुम्हारे पास कैसे गरीब के घर आए अमीर कहते है ऐसे कैसे
सामने देखकर सीधा चल नहीं सकते
लोगों को दूसरों के घर में
झांककर देखने की आदत होती है
तबियत ठीक हो गई थीमेहमान को आते देखातो और खराब हो गई
अच्छे लोग किसी का बुरा भी
सोच नहीं सकते
बुरे लोग चाहकर भी किसी का
अच्छा नहीं कर सकते
हालात नहीं समझते
लोग ताने बहुत मारते है
मजबूरी नहीं समझते
बोल-बोल कर मार डालते है
कुछ लोगों के साथ कितना भीअच्छा क्यों ना होउनको कचरे में रहने कीआदत होती है
मतलबी लोग ज़रा-ज़रा सीबात पर भी जब खुद के बारे मेंसोचते हैतो दूसरों के बारे में ज़रा सा भीनहीं सोचते
दुनिया में नासमझ लोग बहुत हैयहाँकोई भीकभी भीकिसी को भीDisturb कर सकता है
लोगों को कुछ ना कुछ बोलने के लिए चाहिएफिर दिनभर कचर-बचर चलता रहता है
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लोग कुछ पाने के लिए कुछ भी खो सकते है
कुछ खोने के लिए कुछ भी पा सकते है
कुछ ना खोने के लिए कुछ भी खो सकते है
अपने मतलब के लिए कुछ भी कर सकते है
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सब बदल जाते है,
कोई वक्त से बदल जाते है,
कोई बदलने वालों से बदल जाते है,
लोग ये नहीं देखते कि आपको क्या पसंद है
आप किस दौर से गुज़र रहे हो
जब आप उनके हिसाब से नहीं चलते
तो वो आपको दोष देते है
आपका पेन छाता और जूता
कभी भी आपका नहीं रहता होगा
क्योंकि इसे मांगने वाले
ना खरीदते है ना लौटाते हैं
हमने भी कुछ लोगों को अपना
खास माना था
पर उन सबने दिमाग से खेला
जीने के लिए लोग क्या क्या कर जाते है
चाहे लेनी पड़े किसी की जान
वो भी ले जाते है
सुनने वाले तक पहुँच सकें
आवाज़ उतनी ही ज़रूरी है
ऊंची आवाज़ से लोगों को
तकलीफ़ होती है
गलती कबूल करने के लिए भी
जिगर का होना जरूरी होता है
अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए
दूसरों पर झूठा इल्जाम लगाते है लोग
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(1) sad shayari सैड शायरी (2) Breakup love💔
(3) सुंदर विचार (3) Love shayari ❣️ (4) Mother मां
(5) Attitude (6) रिश्तों पर सैड शायरी (7) शराबी
(8) heart touching (9) father पिताजी (10)
अच्छे लोगों के लिए
भगवान कुछ अच्छा रखता है
जो आप के लिए सही नहीं
वो ही आपसे दूर जाता है
कुछ लोग हमारे लिए
बिल्कुल नए होते है
पर जैसे बरसो पुराने अपने होते हैं
कुछ बोलने और करने से पहले सोचा करो
क्योंकि जो आपके दिल में भी नहीं होता
वो लोगों के दिमाग़ में आता है
कुछ लोगआपके जिंदगी मेंआपका वक्तऔर दिमाग़दोनो खराब करनेके लिए आते हैं
अच्छे लोगों से हमेशा यह गलती होती है,"वो सबको अच्छा समझते है,और हमेशा मुसीबत मे पड जाते है।
नहीं देता आपको
कोई भी तकलीफ ...
आप ही उन लोगों के
साथ रहते हो ...
फर्श पर गिरा कांच का टुकड़ाकिसी को दिखा नहीं तो गलत नहींगलती तो वो लोग करते हैजो देखकर भी नहीं उठाते
जो लोग सचमुचदूसरों के लिए कुछ अच्छा करते है,तो वो बोलकर नहीं दिखाते।
किसी को अपना कहना मुश्किल हैलोग पहेचान सिर्फकाम से काम तक रखते है।
कुछ लोगों से शिकायत नहीं करतेक्योंकि वो शिकायत करने के भीलायक नहीं होते
जितनी जरुरी उतनी बात करते है
ये बडे लोग है
सिर्फ काम की बात करते है
जितनी जरुरी उतनी बात करते है
ये बडे लोग है
सिर्फ काम की बात करते है
किसी को कुछ मत बताना
अपना समझकर
लोग जान ही ले लेते है
सबकुछ जानकर
***
कोई किसी से परेशान है
कोई अपने आप से परेशान है
क्या पता किसे किस बात का बुरा लग जाए
क्या पता कौन किस बात से परेशान है
आप गलत रहो तो आप पर उंगलियां उठेगी
पर दोगले लोग रहते है यहां
आप सही रहो तब भी आप पर उंगलियां उठेगी
फर्श पर गिरा कांच का टुकड़ा
किसी को दिखा नहीं तो गलत नहीं
गलती तो वो लोग करते है
जो देखकर भी नहीं उठाते
***
कुछ लोग आपके जिंदगी में
आपका वक्त और दिमाग़
दोनो खराब करने के लिए आते हैं
***
कतरा-कतरा उठा लेते है अपना बना लेते है
अच्छी बात है कि लोग खुद के लिए जीते हैं
नया खरीदकर पुराना बेच देते है
नया खरीदकर पुराना दान कर देते है
अच्छी बात है कि अपना समझकर हक जाताते है
कैसी याद कैसी निशानी कैसी अमानत
काम ना आया पुराना कचरे में फेंक देते है
***
कुछ लोगों को अच्छा लगता है
दूसरों के निजी मामले में दखल देना
***
शायद कोई मिलने आया है
शायद किसी काम के बहाने आया है
शायद मिलने के बहाने काम लेकर आया है
शायद सिर्फ़ मिलने आया है
***
बहुत बड़ी भूख होती है कुछ लोगों की
इनकी ज़िंदगी में कुछ भी ठूस दो
नहीं मिटेगी
***
मतलबी लोग ज़रा-ज़रा सी बात पर भी
जब खुद के बारे में सोचते है
तो दूसरों के बारे में ज़रा सा भी नहीं सोचते
***
किया किसी और ने नाम कोई और है
कामवाला तो कोई और और कोई कामचोर है
किया कराया किसी और का दिखाने वाला कोई और है
निशान किसी और के हाथ कोई और है
चोर पे चोर सारे चोर और चोरों का भी एक और चोर है
***
लोग अच्छा तो नहीं कहेंगे आपको
लेकिन बुरा साबित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते
***
देखा है लोगों को बहुत करीब से
जिनकी जेब भरी थी वो भी बहुत गरीब थे
***
यहाँ कौन गरीब कौन सरकार है
खून की कमी माँगने वाले हज़ार
***
अच्छे लोगों को बुरे लोग भी अच्छे लगने लगते है
बुरे लोगों को अच्छे लोग भी बुरे लगने लगते है
***
किसी पर हँसने से ज्यादा किसी को हँसाना
बहुत मुश्किल होता है
और ये काम महान लोग करते है
आम लोग नहीं
***
बहुत अजीब लोग है
किसी को समझने से पहले सलाह देना शुरू कर देते है
***
आप अपना भूल जाओ
यहाँ लोग दूसरों की चीजों पर अपना हक़ जमा लेते है
***
जो लोग शब्द नहीं समझते वो खमोशी क्या समझेंगे
जब ख़ामोशी नहीं तो दिल क्या समझेंगे
***
लोग अपने दुख पर रोते है
औरों के दुख पर हँसते है
अपना दुख लोगों के लिए दर्द होता है
औरों का दुख तमाशा होता है
***
दिल टूटता भी है तो पूरी तरह से टूटना चाहिए
ये थोडा-थोडा टूटने वाले लोग दिल तोड़ते फिरते है
***
याद तो लोग भगवान को भी करते है
दुख में
सुख में भूल जाते है
नाम लेते है डर से
और हँसकर भूल जाते है
***
कितना बोलते है ये लोग
कितने सवाल करते है
कहाँ से आए हो कहा जाओगे
क्यों कब कैसे मतलब ?
***
ये कलयुग है
यहां आप जिसको जितना अपना मानोगे
उतना ही वो आपको
गैर होने का अहसास दिलाता रहेगा
***
ज्यादा बात करने वाले कुछ लोग
समझते नहीं कि
सुनने वाला बात करना नहीं चाहता
***
कुछ लोगों के साथ कितना भी
अच्छा क्यों ना हो
उनको कचरे में रहने की
आदत होती है
***
अच्छे लोगों की एक पहचान,
अनजान लोगों के लिए भी वो
बहुत मदतगार होते है
***
छोटी सोच, छोटी समझ,
छोटी बात, छोटी पसंद,
छोटा साथ, छोटे लोग,
***
हमने घर बनाया नई गाड़ी खरीदी
इतना-इतना कमाया
और कहने के लिए कुछ होता है इनके पास
तो गए थे घूमने यहां-वहां
ये चीज़ इतने रुपए की है
इतने-इतने दामों में ये सब खरीदा
हमने उनको वो दिया
उन्होंने हमको ये दिया
और कहने के लिए कुछ होता है इनके पास
तो कहेंगे किसने किसको क्या दिया
***
जो लोग सचमुच
दूसरों के लिए कुछ अच्छा करते है,
तो वो बोलकर नहीं दिखाते।
**”
यहां जिंदगी का भरोसा नहीं
लोग कल की बात करते है
यहां अब का पता नहीं
लोग आज़ की बात करते है
***
लोगों को दुख, दुख की बात पर नहीं
अपने Ego के कारण होता है
***
अच्छे लोगों के लिए
भगवान कुछ अच्छा रखता है
जो आप के लिए सही नहीं
वो ही आपसे दूर जाता है
***
अच्छे लोगों से हमेशा यह गलती होती है,
"वो सबको अच्छा समझते है,
और हमेशा मुसीबत मे पड जाते है।
***
जो दिल में नहीं वो बोल देते है
बात करने से पहले ही कह देते है
याद तो हम भी इनको किया करते है
लेकिन वो जता देते है
इनसे कहो कुछ ये कुछ और ही समझ लेते है
बातों का कुछ और ही मतलब निकालते है
ये लोग है लोग ऐसे ही होते है
***
लोग कुछ पाने के लिए कुछ भी खो सकते है
कुछ खोने के लिए कुछ भी पा सकते है
कुछ ना खोने के लिए कुछ भी खो सकते है
अपने मतलब के लिए कुछ भी कर सकते है
***
तबियत ठीक हो गई थी
मेहमान को आते देखा
तो और खराब हो गई
***
लोग अपना मुनाफा और घाटा देखते है
कोसी की मजबूरी और तक़लीफ़ नहीं
अपना-अपना देखते है
***
थोड़ी ज़मीन देकर लोग भरा आसमान छीन लेते है
थोड़ा छत देकर पूरी ज़मीन छीन लेते है
कुछ ना कुछ मांगने की आदत तो होती ही है
ये दूसरों से उम्मीद बहुत रखते है
अपना काम निपटाकर ये दूसरों का बिगाड़ देते है
छोटी सी मदत के बदले किसी को पूरा डकार लेते है
ये खाने के लिए जीते है पीने के लिए जीते है
भुक्कड़ लोग सिर्फ़ जीने के लिए जीते है
खुद को भला दिखाते है चालक दिखाते है
दिल के गरीब खुद को ही साफ़ दिखाते है
**”
लोगों को कुछ ना कुछ बोलने के लिए चाहिए
फिर दिनभर कचर-बचर चलता रहता है
***
सब बदल जाते है,
कोई वक्त से बदल जाते है,
कोई बदलने वालों से बदल जाते है,
***
जीने के लिए लोग क्या क्या कर जाते है
चाहे लेनी पड़े किसी की जान
वो भी ले जाते है
***
गलती कबूल करने के लिए भी
जिगर का होना जरूरी होता है
अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए
दूसरों पर झूठा इल्जाम लगाते है लोग
***
कुछ बोलने और करने से पहले सोचा करो
क्योंकि जो आपके दिल में भी नहीं होता
वो लोगों के दिमाग़ में आता है
***
किसी को अपना कहना मुश्किल है
लोग पहेचान सिर्फ काम से काम तक रखते है।
**”
कुछ लोगों से शिकायत नहीं करते
क्योंकि वो शिकायत करने के भी
लायक नहीं होते
**”
वो बड़े लोग हैं
जब चाहो कुछ भी बोल सकते है
***
उन लोगों को तकलीफ बहूत होती है
जिन्हें दूसरों को तकलीफ देना सही नही लगता
***
आज लोगों की पसंद भी बदलती है
और प्रेम भी
***
जितना हो सके उतना दूर ही रहो
उन लोगों से जो लोग आप में Profit देखते है
***
हर बार जवाब देना जरूरी नहीं होता
लोग बदतमीज़ समझते हैं
हर बार ख़ामोश रहना भी ठीक नहीं
लोग कमज़ोर समझते है
***
धोखेबाज लोगों से बचकर रहना
ये पहले झूठी प्रशंसा से दिल जीत लेते है
***
कल दोस्ती में लोग जान लुटा देते थे
दोस्त दौड़े चले आते थे
आज़ आवाज़ दो मुसीबत में
अनसुना करके दूर चले जाते है
चुगली करना लोगों का मनपसंद काम हैचापलूसी करना लोगों को अच्छा लगता है
चेहरा देखते है, झांककर देखते है,रंग देखते है, मुड़कर देखते है,पसंद नहीं आता, पसंद करते है,जेब देखते है, कपड़ा देखते है,आईना कहां रखा है, यहां-वहां देखते है,खुद का पता कहां है, पलटकर देखते हैखुद से फुर्सत कहां, कहां रहते है
जो लोग आलसी होते हैवो कामचोर होते हैवो ना अपने कर्म से ईमानदार होते हैना किसी रिश्ते में
लोगों को खुद का पता नहींबस किसने किसको क्या कहा और क्यों कहाकौन क्या कर रहा है और क्या हैयही जानने बैठे है
यहां कोई किसी का खास नहीं होतालोगों पर एक छोटी सी मुसीबत भी आ जाती हैतो वो अपने चाहने वालों को भीसमझना छोड़ देते है
Ebook:
दिल को छू लेने वाली शायरी संग्रह | हिंदी शायरी | Hindi Status | Hindi SMS | taunt | anger
शायद कोई मिलने आया हैशायद किसी काम के बहाने आया हैशायद मिलने के बहाने काम लेकर आया हैशायद सिर्फ़ मिलने आया है
सोचने पर पाबंदी नहींकोई भी कुछ भी सोच सकता है
कोशिश करके देखता हूँतुम्हे बताता हूँयह कहकरपानी में गिर गया पत्थर
है यहाँ कुछ ईमानदारकुछ तबीयत के कुछ मतलब के वफ़ादार
कोई किसी से परेशान हैकोई अपने आप से परेशान हैक्या पता किसे किस बात काबुरा लग जाएक्या पता कौन किस बात से परेशान है
पहले खुद देखो खुद सुनो और खुद समझोऔर फ़िर किसी के लिए कुछ कहो***
शिकायतें ज्यादा खुद्दारी कमजाने दो ये तुम्हारी हमारी कैसीजज़्बात समझ ना सको किसी केजाने दो ये होशियारी कैसीखुद गलत रहो और लोग वाह! वाह! करेमिटा दो ये बीमारी कैसीसही गलत का फ़र्क समझते होछोड़ दो ये दिलदारी कैसीमिले तो मुझे नहीं तो किसी को नहींछोड़ दो ये मक्कारी कैसी
जिस बात को प्यार से समझा सकते होउस बात को गुस्से से कहकरडाँटने में कैसी समझदारी
मेहनत किसी और ने कीमैडल किसी और ने पा लियाऔर ताली बजाने वालों नेक्रेडिट खा लिया
किसी की ख़ामोशी काइतना भी फ़ायदा मत उठानाकि वो बात करने पर उतर आएँऔर आपकी धज्जियाँ उड़ जाएँ
अपना वक्त अच्छा चल रहा होतो इसका मतलब ये नहीं किऔरों के साथ जैसे चाहो वैसे पेश आओवक्त सबके लिए बदलता हैजरूरत किसी की भी पड़ सकती है
गम बाँटने सेगम कम नहीं होतागम बाँटने सेगम मिलता है
किसी पर विश्वास करने से पहले किसी कोसमझना पड़ता हैकिसी से विश्वास की उम्मीद रखने से पहलेखुद भी किसी पर विश्वास करना पड़ता है
"ज़रूरी नहीं है कि जिस परहमें विश्वास होउसको भी हम पर विश्वास होऔर ना हम करवा सकते है कभी"
जिन लोगों की सोच ही घटिया होती हैवो बातों बातों मेंखुद ही बयां कर देते हैकि वो कितने गिरे हुए हैं
किया किसी और ने नाम कोई और हैकामवाला तो कोई औरऔर कोई कामचोर हैकिया कराया किसी और कादिखाने वाला कोई और हैनिशान किसी और केहाथ कोई और हैचोर पे चोर सारे चोरऔर चोरों का भी एक और चोर है
सबको समझता हूँकिसी से शिकवा नहीं करतासबकुछ समझता हूँकिसी को रुसवा नहीं करता
![]() |
जब कोई बातों से आपाको चोट पहुंचाता हैतो जवाब में उसका दिल तोड़ दो
जब जाना ही था, तो आए क्यों ?जब आना ही था, तो गए क्यों ?जब कुछ नहीं करना था, तो किया क्यों ?जब करना ही था, तो पछतावा क्यों ?
कोई डूब जाता हैकोई कीसी को डूबा देता हैकोई किसी के लिए डूब जाता हैकोई किसी को साथ लेकर डूब जाता है
ना हमे जलन है किसी कीखुशियों से ना कोई दिक्कतअगर होता है दुश्मन का भलातो भगवान उसे भी खुश रखना
किसी के लिए दिल भी निकाल कर दीतो भी वो आप पर यकीन नहीं करेगा
ये अकेला रहना भी महफूज़ लगाता हैक्या पता कब कौन जान का दुश्मन बन जाए
गम और शराब जब एक हो जाते है तब जिंदगी बर्बाद हो जाती है , ![]() |
कुछ खाकर सोना
अपना ख्याल रखना
बहुत कीमती हो आप
और खुश होकर सोना
![]() |
खुद ही करो खुद ही भरो
मज़ाक बनना है
खुद ही गलती करो
खुद ही खुद को चोट दो
खुद ही भरो
शिकायत करनी है किसी से
तो खुद से करो
ख़ुद ही कमज़ोर बनो
खुद ही डूब मर
अंदाज़ अच्छा हैकिसी को खुद से दूर करना हैतो उसे नजरअंदाज करो
हमने फलाना-फलाना कियाहमने टिमका कियाऔर वो बहुत गरीब थाउसकी मदद कीओर वो अफ़सर बन गया
इंसान के अच्छे दिन बताते है किकितने अपने हैबुरे दिन बताते है कि कौन अपना है...
अच्छा है कि कोई वहाँ तक पहुँच गयाअगर अहंकार नहीं होता तो बहुत दूर तक जाता
ईमान खो देने में देर नहीं लगतीबेईमान होने में देर नहीं लगतीएक बार आ जाए जिंदगी में खूब पैसाइंसान को बदल जाने में देर नहीं लगती
आपका आना ज़रूरी हैतोहफ़ा तो आप खुद हो
हर किसी को कुछ न कुछ परेशानी होती है,पर इसे कोई दिखा कर रोता है, तो कोई छुपा कर मुस्कुराता है।
हर किसी को कुछ न कुछ परेशानी होती है,पर इसे कोई दिखा कर रोता है,तो कोई छुपा कर मुस्कुराता है।
अगर कोई इस भ्रम में जीता हैकि आप उसके बीना जी ही नहीं सकतेतो उसका भ्रम तोड़ दो
जब क़िस्मत खराब होतो वक्त की क्या बात हैजब वक्त खराब होतो इंसान की क्या औकात है
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
अगर कोई इस भ्रम में जीता हैकि आप उसके बीना जी ही नहीं सकतेतो उसका भ्रम तोड़ दो
जब क़िस्मत खराब होतो वक्त की क्या बात हैजब वक्त खराब होतो इंसान की क्या औकात है
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
किसी के दिल में बसने के लिए बहुत समय लगता है,पर उतरने के लिए एक पल काफी है।
किसी के दिल में बसने के लिए बहुत समय लगता है,पर उतरने के लिए एक पल काफी है।
काम तो मेरे बहुत जरुरी होते है 🍸🥂
पर बार दिखते ही मामला बिगड जाता है🍺🍻
***
बहुत दूर से अपने घरआया हूंआजकल शराब पीना नहींअपनों के लिए जीनाअच्छा लगता है
***
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
मांगा भी तो क्या मांगामुझसे तोहफ़े में मेरी ही खुशीअब मुझे अमीर बनना पड़ेगा
***
उनका वक्त वक्तहमारा वक्त कुछ भी नहींउनके काम जरूरीहमारे काम कुछ भी नहीं
***
बहुत बड़ी भूख होती हैकुछ लोगों कीइनकी ज़िंदगी में कुछ भी ठूस दोनहीं मिटेगी
***
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससेअपनों को तकलीफ़ होती हैअपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपरदुश्मन की नज़र लग जाती है
***
गलती की होगी भगवान नेइंसान को इतना दिमाग देकरइतने सारे दिलऔर बोलने वाला मुँह देकर
***
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
***
कोई समझने वाला चाहिएकोई बताने वाला चाहिएखुद ही खुद को तसल्ली देते हैकोई राह दिखाने वाला चाहिएशीशे अलग-अलग चेहरे दिखाते हैंकोई सूरत दिखाने वाला चाहिएतारीफ़ करने वाले बहुत हैकोई डांटने वाला चाहिएकहने को कहते है कहने वाले अपनेकोई साथ निभाने वाला चाहिए
***
चेहरा देखते है, झांककर देखते है,रंग देखते है, मुड़कर देखते है,पसंद नहीं आता, पसंद करते है,जेब देखते है, कपड़ा देखते है,आईना कहां रखा है, यहां-वहां देखते है,खुद का पता कहां है, पलटकर देखते हैखुद से फुर्सत कहां, कहां रहते है
***
किसी से कोई उम्मीद ही मत रखोटूटने की नौबत ही नहीं आएगी
***
कोई किसी से परेशान हैकोई अपने आप से परेशान हैक्या पता किसे किस बात काबुरा लग जाएक्या पता कौन किस बात से परेशान है
***
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहतेकि आप आगे बढ़ोकुछ अच्छा हो आपके साथ
***
शिकायतें ज्यादा खुद्दारी कमजाने दो ये तुम्हारी-हमारी कैसीजज़्बात समझ ना सको किसी केजाने दो ये होशियारी कैसीखुद गलत रहो और लोग वाह! वाह! करेमिटा दो ये बीमारी कैसीसही गलत का फ़र्क समझते होछोड़ दो ये दिलदारी कैसीमिले तो मुझे नहीं तो किसी को नहींछोड़ दो ये मक्कारी कैसी
***
छूने से तो दिल भी मिल जाते हैमन में मैल का होना पाप कहते है
***
जहाँ अपनापन हो वहाँ जाओयहाँ हाल पूछने से पहलेजाने का जिक्र करते हैआपका साथ जिसके लिए सुकून होउसे मिलोयहाँ मिलने से पहलेजाने का इंतजार करते है
***
किसी ने झूठ बोलाकिसी ने यकीन कियाकिसी ने किसी को आजमायाऔर फिर प्यार हो गया
***
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
***
जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दोजहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो
मेरे पिताजी कहा करते थेबिल्ला अगर बीमार होतो चूहे को उसके पूँछ सेखेलना नहीं चाहिए
***
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससेअपनों को तकलीफ़ होती हैअपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपरदुश्मन की नज़र लग जाती है
***
जब अँधेरा घना होजब अँधेरा घना हो तो दीयाजला दीजिएबवाल क्यों करते ही जराहोश में आइएजब मामला ठीक ना हो तो शीरक्यो मचाते होजरा आहिस्ता सुनाइएजब कुछ ठीक हो तो इतना क्योंइतराते हीजरा नज़ाकत से पेश आइएजब मिले तब मिले इतना क्योंमचलते होजरा सब्र से काम लीजिए
***
प्रशंसा, इनाम और नाम तोव्यापार में होते हैकिसी मदद के बदले इसे चाहनाअच्छी बात नहीं होती
***
ज़रूरी है कि आपकी पीठ कौन थपथपाता हैआपके कंधे पर हाथ किसका हैआपसे हाथ कौन मिलाताआपके साथ कौन चलता है
***
***
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
***
जरूरी नहीं की किसी से कुछकहो और सुनोखामोशी कहती भी है औरसुनाती भी है
***
ईमान खो देने में देर नहीं लगतीबेईमान होने में देर नहीं लगतीएक बार आ जाए जिंदगी में खूब पैसाइंसान को बदल जाने में देर नहीं लगती
***
देखा है लोगों कोबहुत करीब सेजिनकी जेब भरी थीवो भी बहुत गरीब थे
***
इंसान के अच्छे दिन बताते है किकितने अपने हैबुरे दिन बताते है कि कौन अपना है
***
मनमानी करने वालेबहुत मिलेंगे यहांदिल रखने वाले जिंदगी मेंकभी-कभी मिला करते है
***
इंसान अपनी कीमत खुद हीकम कर देता हैहर बार हर जगह ज्यादा बोलकर
***
यहां हर कोई अपने आप कोहोशियार समझता हैहर कोई एक दूसरे कोबेवकूफ समझता है
***
जो चला जा सकता है आपसे दूरवो अपना कैसाजो वापस लौट कर ना आएवो अपना कैसाजिसे फ़र्क ना पड़े अपके होने ना होने सेवो अपना कैसा
***
किसी और की क्या जरूरतअगर खुद से प्यार करोगेतो आईने के साथ ही खुश रहोगे
***
मांगने वाला नहीं देनेवाला बनो, नाराज़ हो जाता है दिल,तुम शोक मनाओ कुछ कम देकर, लेने की नौबत आती है,तुम दोनों हाथों से दो एक हाथ से लेकर,निकलते है शब्द किसी के लिए बहुआ बनकर,तुम आज़ाद हो जाओ किसी के लिए दुआ बनकर,उठते हैं हाथ बुराई बनकर, निकलते है किसी के लिए अंधेरा बनकर, गैर नहीं होता कोई,तुम जाओ किसी के जिंदगी में चिराग लेकर,सबके काम आते हो, कोई तुम्हारा नहीं होता,तुम सबके हो जाओ, चाहे दूर जाकर,दुश्मन नहीं होता कोई, हँसी आती है अपनों के दर्द पर,तुम खुशी मनाओ, अपनों को खुश देखकर
***
विश्वास अगर एक बार टूट जाएतो कभी भी नहीं जुड़ता
***
जिंदगी जीना मुश्किल नहींलेकिन समझना बहुत मुश्किल
***
कोई भी इंसान हर दर्द सेगुजर सकता है पर वो अपनों कोतकलीफ़ में देख नहीं सकता
***
पहले खुद देखो ख़ुद सुनो फिर खुद समझोऔर फ़िर किसी के लिए कुछ कहो
***
चुगली करना लोगों का मनपसंदकाम हैचापलूसी करना लोगों कोअच्छा लगता है
***
सूरत जैसी सूरत हो सकती है,सीरत नहीं।
***
कभी मन हुआ तो हमसे भीबात किया करो, हम तोआपकी रोज़ याद करते है,
***
शायद कोई मिलने आया हैशायद किसी काम के बहाने आया हैशायद मिलने के बहाने काम लेकर आया हैशायद सिर्फ़ मिलने आया है
***
दूसरों की खुशी से खुशी होनी चाहिएजलन नहींनफ़रत बुराइयों से होनी चाहिएऔरों के काबिलियत से नहीं
***
लोगों की खोखली बातेंसुनने का शौक नहींतनहा रहूँ तो कुछआराम मिल जाए
***
बातें भी उसी से करोजो आपको सुनना पसंद करता होयहां किसी को किसी कीकहानी सुनने में रूचि नहीं
***
जिसको जो अच्छा लगेउसको वो मिलेहमारी तो ख्वाहिशें भीबदलती रहती है
***
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थेआग किसी तीसरे ने लगाई थी
***
अपना काम हो गयादूसरों का बिगाड़ दोअपना घर बस गयादूसरों का उजाड़ दो
***
एक-एक करके सबकी याद आती हैबात सबसे करने का दिल करता हैजब मौत नजदीक आती है
***
अगर दोनों खुश हैअपनी जिंदगी मेंतो तीसरे का निकल जाना ठीक
***
मिले गम तो सब को होता हैना किसी का कम ना किसी काज्यादा होता हैना लो तो कुछ भी नहीं लो तोबहुत ज्यादा होता है
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हमे पत्थरों की चाहत भी नहींहमे तो फूल खुशबूचाँद और सितारे पसंद है
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किसी को सिरहानेमिले ना मिलेकिसी को तकियाचाहिए पैरो तले
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दिल लगाकर करोतो कोई भी काम बुरा नहींअगर ईमानदारी से करोतो कोई भी काम छोटा नही
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आपका पेन छाता और जूताकभी भी आपका नहीं रहता होगाक्योंकि इसे मांगने वालेना खरीदते है ना लौटाते हैं
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मांगा भी तो क्या मांगामुझसे तोहफ़े में मेरी ही खुशीअब मुझे अमीर बनना पड़ेगा
उनका वक्त वक्तहमारा वक्त कुछ भी नहींउनके काम जरूरीहमारे काम कुछ भी नहीं
बहुत बड़ी भूख होती हैकुछ लोगों कीइनकी ज़िंदगी में कुछ भी ठूस दोनहीं मिटेगी
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससेअपनों को तकलीफ़ होती हैअपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपरदुश्मन की नज़र लग जाती है
गलती की होगी भगवान नेइंसान को इतना दिमाग देकरइतने सारे दिलऔर बोलने वाला मुँह देकर
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
कोई समझने वाला चाहिएकोई बताने वाला चाहिएखुद ही खुद को तसल्ली देते हैकोई राह दिखाने वाला चाहिएशीशे अलग-अलग चेहरे दिखाते हैंकोई सूरत दिखाने वाला चाहिएतारीफ़ करने वाले बहुत हैकोई डांटने वाला चाहिएकहने को कहते है कहने वाले अपनेकोई साथ निभाने वाला चाहिए
चेहरा देखते है, झांककर देखते है,रंग देखते है, मुड़कर देखते है,पसंद नहीं आता, पसंद करते है,जेब देखते है, कपड़ा देखते है,आईना कहां रखा है, यहां-वहां देखते है,खुद का पता कहां है, पलटकर देखते हैखुद से फुर्सत कहां, कहां रहते है
किसी से कोई उम्मीद ही मत रखोटूटने की नौबत ही नहीं आएगी
कोई किसी से परेशान हैकोई अपने आप से परेशान हैक्या पता किसे किस बात काबुरा लग जाएक्या पता कौन किस बात से परेशान है
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहतेकि आप आगे बढ़ोकुछ अच्छा हो आपके साथ
शिकायतें ज्यादा खुद्दारी कमजाने दो ये तुम्हारी-हमारी कैसीजज़्बात समझ ना सको किसी केजाने दो ये होशियारी कैसीखुद गलत रहो और लोग वाह! वाह! करेमिटा दो ये बीमारी कैसीसही गलत का फ़र्क समझते होछोड़ दो ये दिलदारी कैसीमिले तो मुझे नहीं तो किसी को नहींछोड़ दो ये मक्कारी कैसी
छूने से तो दिल भी मिल जाते हैमन में मैल का होना पाप कहते है
जहाँ अपनापन हो वहाँ जाओयहाँ हाल पूछने से पहलेजाने का जिक्र करते हैआपका साथ जिसके लिए सुकून होउसे मिलोयहाँ मिलने से पहलेजाने का इंतजार करते है
किसी ने झूठ बोलाकिसी ने यकीन कियाकिसी ने किसी को आजमायाऔर फिर प्यार हो गया
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दोजहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो
मेरे पिताजी कहा करते थेबिल्ला अगर बीमार होतो चूहे को उसके पूँछ सेखेलना नहीं चाहिए
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससेअपनों को तकलीफ़ होती हैअपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपरदुश्मन की नज़र लग जाती है
जब अँधेरा घना होजब अँधेरा घना हो तो दीयाजला दीजिएबवाल क्यों करते ही जराहोश में आइएजब मामला ठीक ना हो तो शीरक्यो मचाते होजरा आहिस्ता सुनाइएजब कुछ ठीक हो तो इतना क्योंइतराते हीजरा नज़ाकत से पेश आइएजब मिले तब मिले इतना क्योंमचलते होजरा सब्र से काम लीजिए
प्रशंसा, इनाम और नाम तोव्यापार में होते हैकिसी मदद के बदले इसे चाहनाअच्छी बात नहीं होती
ज़रूरी है कि आपकी पीठ कौन थपथपाता हैआपके कंधे पर हाथ किसका हैआपसे हाथ कौन मिलाताआपके साथ कौन चलता है
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
जरूरी नहीं की किसी से कुछकहो और सुनोखामोशी कहती भी है औरसुनाती भी है
ईमान खो देने में देर नहीं लगतीबेईमान होने में देर नहीं लगतीएक बार आ जाए जिंदगी में खूब पैसाइंसान को बदल जाने में देर नहीं लगती
देखा है लोगों कोबहुत करीब सेजिनकी जेब भरी थीवो भी बहुत गरीब थे
इंसान के अच्छे दिन बताते है किकितने अपने हैबुरे दिन बताते है कि कौन अपना है
मनमानी करने वालेबहुत मिलेंगे यहांदिल रखने वाले जिंदगी मेंकभी-कभी मिला करते है
इंसान अपनी कीमत खुद हीकम कर देता हैहर बार हर जगह ज्यादा बोलकर
यहां हर कोई अपने आप कोहोशियार समझता हैहर कोई एक दूसरे कोबेवकूफ समझता है
जो चला जा सकता है आपसे दूरवो अपना कैसाजो वापस लौट कर ना आएवो अपना कैसाजिसे फ़र्क ना पड़े अपके होने ना होने सेवो अपना कैसा
किसी और की क्या जरूरतअगर खुद से प्यार करोगेतो आईने के साथ ही खुश रहोगे
मांगने वाला नहीं देनेवाला बनो,नाराज़ हो जाता है दिल,तुम शोक मनाओ कुछ कम देकर,लेने की नौबत आती है,तुम दोनों हाथों से दोएक हाथ से लेकर,निकलते है शब्द किसी के लिए बहुआ बनकर,तुम आज़ाद हो जाओकिसी के लिए दुआ बनकर,उठते हैं हाथ बुराई बनकर,निकलते है किसी के लिए अंधेरा बनकर,गैर नहीं होता कोई,तुम जाओ किसी के जिंदगी में चिराग लेकर,सबके काम आते हो,कोई तुम्हारा नहीं होता,तुम सबके हो जाओ,चाहे दूर जाकर,दुश्मन नहीं होता कोई,हँसी आती है अपनों के दर्द पर,तुम खुशी मनाओ,अपनों को खुश देखकर
विश्वास अगर एक बार टूट जाएतो कभी भी नहीं जुड़ता
जिंदगी जीना मुश्किल नहींलेकिन समझना बहुत मुश्किल
कोई भी इंसान हर दर्द सेगुजर सकता है पर वो अपनों कोतकलीफ़ में देख नहीं सकता
पहले खुद देखो ख़ुद सुनोफिर खुद समझोऔर फ़िर किसी के लिए कुछ कहो
चुगली करना लोगों का मनपसंदकाम हैचापलूसी करना लोगों कोअच्छा लगता है
सूरत जैसी सूरत हो सकती है,सीरत नहीं।
कभी मन हुआ तो हमसे भीबात किया करो, हम तोआपकी रोज़ याद करते है,
शायद कोई मिलने आया हैशायद किसी काम के बहाने आया हैशायद मिलने के बहाने काम लेकर आया हैशायद सिर्फ़ मिलने आया है
दूसरों की खुशी से खुशी होनी चाहिएजलन नहींनफ़रत बुराइयों से होनी चाहिएऔरों के काबिलियत से नहीं
लोगों की खोखली बातेंसुनने का शौक नहींतनहा रहूँ तो कुछआराम मिल जाए
बातें भी उसी से करोजो आपको सुनना पसंद करता होयहां किसी को किसी कीकहानी सुनने में रूचि नहीं
जिसको जो अच्छा लगेउसको वो मिलेहमारी तो ख्वाहिशें भीबदलती रहती है
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थेआग किसी तीसरे ने लगाई थी
अपना काम हो गयादूसरों का बिगाड़ दोअपना घर बस गयादूसरों का उजाड़ दो
एक-एक करके सबकी याद आती हैबात सबसे करने का दिल करता हैजब मौत नजदीक आती है
अगर दोनों खुश हैअपनी जिंदगी मेंतो तीसरे का निकल जाना ठीक
मिले गम तो सब को होता हैना किसी का कम ना किसी काज्यादा होता हैना लो तो कुछ भी नहीं लो तोबहुत ज्यादा होता है
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हमे पत्थरों की चाहत भी नहींहमे तो फूल खुशबूचाँद और सितारे पसंद है
किसी को सिरहानेमिले ना मिलेकिसी को तकियाचाहिए पैरो तले
दिल लगाकर करोतो कोई भी काम बुरा नहींअगर ईमानदारी से करोतो कोई भी काम छोटा नही
आपका पेन छाता और जूताकभी भी आपका नहीं रहता होगाक्योंकि इसे मांगने वालेना खरीदते है ना लौटाते हैं













































































































































