नहीं चाहता मै किसी को दुःख देनालेकिन हमेशा मेरे साथ ऐसे होता हैदेखा नहीं जाता किसी का दुःखऔर मुझसे ही किसी का दिल टूट जाता है
तुमसे बात नही करता आजकलइसका मतलब है कितुमने भी हमारा दिल दुखाया है
कोई भी किसी का साथ नहीं देताकोई भी किसी को नहीं समझताकिसी ने भी किसी को भुलाया नहींकोई भी किसी कोकिसी के हाल पर नहीं छोड़ता
आजकल मनाने का नहीं, रूठने का दौर है,निभाता कौन है, रिश्ता तोड़ने का दौर है,
बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,वक्त के साथी बातों के अपने,लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,हालात के साथी हालात के अपने,डरे बिचारे सहमे-सहमे,झूठे दिखावे, झूठे बहाने,झूठे वादे, झूठे सपने,
नींद नहीं आती, चैन नहीं मिलता,जिंदगी सताती है, आराम नहीं मिलता,जान थोडा-थोडा जाती है, जीना नही आता,मौत नही आती, सुकून नहीं मिलता...
अब किसी से मिलने जाऊँ ऐसी कोईवजह तो नही वज़ह हो भी कोई तोवैसी हालत नही***
जिंदगी में कभी-कभी बहुत कुछमिल जाता हैसबकुछ खो देने के बाद
कोशिश करके देखता हूँतुम्हे बताता हूँयह कहकरपानी में गिर गया पत्थर
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होताटूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होतागम में मदिरा भी साथ छोड़ देती हैकोई सनम कोई यारा नहीं होतानया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता हैरूठा टूटा अपना सपना हो जाता हैकौन किसे चाहे यहाँअँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होताउडते होश तनहा कोईखयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होतादिन-ब-दिन ढलती शामडूबती नैया का किनारा नहीं होता
दिन तो कट जाता हैऐसे-वैसेरात में खुद सेमुलाक़ात होती है
मेरा वक्त ख़राब हैहाथों से सब कुछ छूटा हैतुम्हारी बात नहीं मेरी जानमुझसे तो हर कोई रूठा है
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चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें
याद आउं तो बात करेंगे
चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें
बात हो तो याद आओ
कभी वादा निभाने चले जाओकभी उम्मीद जगाने चले जाओभूखों की भीड़ है महंगे शहर मेंकभी हिम्मत देने चले आओनफ़रत सस्ती है दिल के बाजार मेंकभी मोहब्बत देने चले जाओकुछ ला ना सको तो क्याकभी खाली हाथ मिलने चले आओशोर में सुनाई नहीं देती आवाज़कभी बात करने चले आओ
टूटा पत्ता फिरसे नहीं जुड़ताजला हुआ फिरसे नहीं बनतामेरा दिल कभी भी मत तोड़नामै दोबारा नहीं मिलतामुझे कभी भी मत खोनामै पहले जैसे नहीं मिलताकभी भी धोखा मत देनामै फिर से यक़ीन नहीं रखता
हालात नहीं समझतेलोग ताने बहुत मारते हैमजबूरी नहीं समझतेबोल-बोल कर मार डालते है
सुकून मिलता है मै रात को सो जाता हूँनींद आती है और सब कुछ भूल जाता हूँ
आज़ कम से कम मै इतना तो सुधर गया हूं
कि किसी को भी अपना नहीं मानता
किसी पर भी भरोसा नहीं करता
झूठा हूँ मै मुझ पर भरोसा मत करनाहंसकर मर जाऊँगा एक दिन
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| sad quotes |
सबके साथ रहकर देख लो
खुद के लिए थोड़ा वक्त ज़रूरी लगता है
रात में सुबह के इंतज़ार ने सतायादिन में रात के इंतज़ार ने सतायाखुशी के इंतजार में रहते है सबकिसी को दर्द के इंतज़ार ने सतायाकल क्या होने वाला है पता थाइस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया
अपनों की सूरत उतरते देखा है
बहुत गहरे थे रिश्ते
पल भर में बदलते देखा है
पहले हां में हां मिलाने वाले
फिर बातों से मुकरते देखा है
***
अरे! मुझे लगा मेरे साथ अच्छा क्यों हो रहा है
लेकिन ये तो बूरा होने से पहले की शुरुआत थी
मेरी तो नाराज़गी में भी देखो
कितनी सच्चाई है
रूठ कर चला जाऊं दूर
तो कभी लौटकर ना आऊं
एक बार यकीन तो हमे अपने
कातिल पर भी आ जाए
ये क़स्मत कुछ ठीक नहीं लगती
यहाँ कोई किसी पर भरोसा नहीं करतायहाँ कोई किसी की मदत नहीं करतासब अपने आप के लिए जीते हैंकोई किसी के लिए नही मरता
***
• category-
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तन्हाई अच्छी है झूठ की हँसी से ज्यादाना चाहकर भी किसी से बात करने से ज्यादा
सब कुछ समझता हूंमै किसी से शिकवा नहीं करतासब को समझता हूंकिसी को रुसवा नहीं करता
जिस इंसान का हृदय प्रेम से भरा होजो सबसे प्रेम करता होउसे ठोकर और नफरत के सिवाकुछ भी नहीं मिलता
अपनी चीज़ें और दिल
किसी को दो तो खराब हो जाता है
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चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें
याद आउं तो बात करेंगे
चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें
बात हो तो याद आओ
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खुश नसीब है वो लोग जिन्हें
ईमानदार लोग मिलते हैं
वरना यहां तो पूरी दुनिया ही बेईमान है
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मुझे जब भी किसी ने समझागलत समझाजिसने भी समझाअधूरा समझा
बार बार मेरे दिल को वो शब्द चुभते हैदुनिया में सबसे ज्यादा मैने जिसे मानाउसी ने मुझे बुरा कहा
भूल जाओ
तो भूख नहीं,
मन में आया
तो कुछ नहीं खाया।
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अब उम्र बढ़ गई है ना हमारीवो बचपन की बात अलग थीतब चोट कम होती थी परअपनों के सामने रोना आता था
अपनों में छुपे हुए दुश्मन से ज्यादा अच्छा
तो एक दुश्मन ही अच्छा
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहतेआप आगे बढ़ोकुछ अच्छा हो आपके साथ
मुझे अपना कहने वाले बहुत है
'सिर्फ अपना कहने वाले बहुत है
जो प्यार करता हैवो शक नहीं करताजो शक करता हैवो प्यार ही नहीं करता
***
दिन कुछ उखड़ा-उखड़ा सा लगता हैकोई बात अच्छी नहीं लगतीरोशनी से दिक्कत हैकोई आवाज़ अच्छी नहीं लगतीनमक छिड़का है हर किसी नेकोई सूरत अच्छी नहीं लगतीदिल ने दिल्लगी की वक्त ने मज़ाकजिदंगी अच्छी नहीं लगतीकिसी से जुदा होने का गममौत अच्छी नहीं लगतीयूं ही लगी है आग धुआं उठा हैछिपी है सूरज की किरणेऔर ये बरसात अच्छी नहीं लगती
जो प्यार करता हैवो शक नहीं करताजो शक करता हैवो प्यार ही नहीं करता
दिन कुछ उखड़ा-उखड़ा सा लगता हैकोई बात अच्छी नहीं लगतीरोशनी से दिक्कत हैकोई आवाज़ अच्छी नहीं लगतीनमक छिड़का है हर किसी नेकोई सूरत अच्छी नहीं लगतीदिल ने दिल्लगी की वक्त ने मज़ाकजिदंगी अच्छी नहीं लगतीकिसी से जुदा होने का गममौत अच्छी नहीं लगतीयूं ही लगी है आग धुआं उठा हैछिपी है सूरज की किरणेऔर ये बरसात अच्छी नहीं लगती
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कुछ गलत कहा हो तोमाफ कर देना दोस्तों 🍹🧂मै नशे में था 🙃🙏
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
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हाँ शराबी भी हूँ,
मयखाने में पीने आया हूँ,
बूरा ना समझो,
जख्मी हूँ,
जख्म सीने आया हूँ,
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(1) sad shayari सैड शायरी (2) Breakup love💔
(3) सुंदर विचार (3) Love shayari ❣️ (4) Mother मां
(5) Attitude (6) रिश्तों पर सैड शायरी (7) शराबी
(8) heart touching (9) father पिताजी (10)
Family रिश्ते (11) God भगवान / भक्ती (12)
(13) Friendship दोस्ती (14) Motivational (15)
दर्द को भुलाने के लिए भी लोग शराब पीते है
मै थोडी ही लेता हूँ और जख्म हरे हो जाते हैं।
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आज बारिश है...दिल की तनहाई है...
हाथो में शराब की बोतल...
और ठहरी साकी भी हैं...
बस अब ये वाली बिजली गरनी बाकी है...
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पहले दवा की जाम जाम की दवा
चलो पहले जाम ही लेता हूँ दवा
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
मै जिस दिन लिखना छोड़ दूँ
समझ लेना
सुधर गया हूँ
नहीं तो गुज़र गया हूँ
***
ग़म है
तक़लीफ़ में हूँ
भूल जाओ
ज़ख्मी हूँ
बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,वक्त के साथी बातों के अपने,लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,हालात के साथी हालात के अपने,डरे बिचारे सहमे-सहमे,झूठे दिखावे, झूठे बहाने,झूठे वादे, झूठे सपने,
सब बदल जाते है,कोई वक्त से बदल जाते है,कोई बदलने वालों से बदल जाते है,
किसी ने तोयाद किया मुझेशायद मतलब से...
वक़्त के साथ इंसान के हालातबदल जाते हैं लेकिनयाद रह जाता है कि कौनकिस तरह से पेश आया था
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होताटूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होतागम में मदिरा भी साथ छोड़ देती हैकोई सनम कोई यारा नहीं होतानया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता हैरूठा टूटा अपना सपना हो जाता हैकौन किसे चाहे यहाँअँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होताउडते होश तनहा कोईखयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होतादिन-ब-दिन ढलती शामडूबती नैया का किनारा नहीं होता
कोई सलाह हो तो दो दिल बदल दूँकोई दवा हो तो दो मै खुद को बदल दूँ
अब तो यक़ीन पर भी यक़ीन हमाराउठ सा गया हैयक़ीन ही नहीं होता कि कोईसचमुच हमे अपना समझता है
शिकायतें मर जाती है इस दिल मेंअपनी गलती भी कबूल करता हूँअपनों से प्रेम बहुत हैउनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ
जब क़िस्मत खराब होतो वक्त की क्या बात हैजब वक्त खराब होतो इंसान की क्या औकात है
मेरा सफ़र कांटों का है, मै किसी के साथनहीं,दिल में अंगार है, किसी से नाराज़ नहीं,
देखा नहीं जाता जो आज कह देता हूँरोज अपनों की सूरत में गैरो को देखता
हमे मालूम है दुनिया वालों कीहक़ीक़तइसलिए खुद ही खुद को अपनासलाहगार बना दिया
तेवर तो हममें भी हैपर दिल दुखाने वाली बातकिया नहीं करते
जिसने माफ़ी ना मांगी हमने तोउनको भी माफ़ कर दियाकोई घोर गलती तो नहीं थीऔर माफ करने वालों ने हमेबेझिझक माफ़ कर दिया
पता नही क्या टूटा हैसपने टूटे है कीदिल टूटा हैकिसी से हम रूठे हैकि हमसे कोई रूठा है
भर जाता है पेट भी कभी-कभीदिल टूट के तार तार हो जाने से
रिश्तों के साथ बिताए हुए पलदोबारा लौटकर नहीं आतेअपनों का साथ कम होता है औरयादें लंबी
बदला नहीं में,बस नाराज हूँअपनों से
ये कलयुग है यहां आपजिसको जितना अपना मानोगेउतना ही वो आपकोगैर होने का अहसास दिलाता रहेगा
कुछ भुला दिया जाएगाकुछ छीन लिया जाएगाइंसान भी मिट्टी काएक दीन मिट्टी में मिल जाएगा
सब कुछ भुला देती है, माना किरुला देती है, मौत को भी बुरा कैसे कहूँ,चैन की नींद सुला देती है!
निकला था खुद कीआँख पोंछनेतो खुद ही ख़्वाह-मख़ाहगुनहगार निकलायहाँ वहाँ देखा तो हर कोईज़ख्मी निकला
दिल ने बहुत चाहाकि आज किसी से बात करूंपर कोई ऐसा था ही नहींजिससे बात करता
हां तो हा, नहीं तो नही, मै नहीतो तुम ही सही,जी हां बिलकुल ठीक,चलता हूं,बात करने का मन नहीं,
रात में सुबह के इंतज़ार ने सतायादिन में रात के इंतज़ार ने सतायाखुशी के इंतजार में रहते है सबकिसी को दर्द के इंतज़ार ने सतायाकल क्या होने वाला है पता थाइस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया
वो सुनहरे दिन गए जब पड़ोसी भीअपनों की तरह रहा करते थेआज अपने भी गैरों की तरह पेश आते है
हम तो अपनी आदतों के बर्बाद हैअब पीछा आप ही हमारा छोड़ दो
कोई कहता है कि मैं सबसे दूर चला जाता हूँसच है क्योंकि सब मुझसे दूर चले जाते है
हम दूर से ही खामोश भलेलोग मिलते भी है तोजबान से ज़हर उगलते है
ना तो खुशी कोईना है कोई गम अबथोडा सा बचा है प्यारवो खुद के लिए अब
कुछ अच्छा हो न हो जिंदगी मेंपर कोई न कोई मेरा दिल तोड़ने जरुर आता है
आजकल दिल नहीं टूटताख्वाहिशों के टूटने सेपिछली बार बहुत तड़पा थालगता है मर गया
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