किसी पर विश्वास करने से पहले किसी को
समझना पड़ता है
किसी से विश्वास की उम्मीद रखने से पहले
खुद भी किसी पर विश्वास करना पड़ता है
"ज़रूरी नहीं है कि जिस पर
हमें विश्वास हो
उसको भी हम पर विश्वास हो
और ना हम करवा सकते है कभी"
किसी के लिए दिल भी निकाल कर दी
तो भी वो आप पर यकीन नहीं करेगा
ये अकेला रहना भी महफूज़ लगाता है
क्या पता कब कौन जान का दुश्मन बन जाए
गम और शराब जब एक हो जाते है तब जिंदगी बर्बाद हो जाती है , |
बहुत कीमती हो आप |
कुछ खाकर सोना
अपना ख्याल रखना
बहुत कीमती हो आप
और खुश होकर सोना
खुद ही करो खुद ही भरो... |
खुद ही करो खुद ही भरो
मज़ाक बनना है
खुद ही गलती करो
खुद ही खुद को चोट दो
खुद ही भरो
शिकायत करनी है किसी से
तो खुद से करो
ख़ुद ही कमज़ोर बनो
खुद ही डूब मरो
हमारा वक्त कुछ भी नहीं... |
अंदाज़ अच्छा है
किसी को खुद से दूर करना है
तो उसे नजरअंदाज करो
आपका आना ज़रूरी है
तोहफ़ा तो आप खुद हो
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'हाथों के मार से ज्यादा' बातों के ताने "बहुत जोर से लगते है।
Hatho ke maar se jaata Baton ke tane bahut zor se lagate hai
'हाथों के मार से ज्यादा' बातों के ताने "बहुत जोर से लगते है।
Hatho ke maar se jaata
Baton ke tane bahut zor se lagate hai
किसी के दिल में बसने के लिए बहुत समय लगता है,
किसी के दिल में बसने के लिए बहुत समय लगता है,
काम तो मेरे बहुत जरुरी होते है 🍸🥂
पर बार दिखते ही मामला बिगड जाता है🍺🍻
बहुत दूर से अपने घर
आया हूं
आजकल शराब पीना नहीं
अपनों के लिए जीना
अच्छा लगता है
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
मांगा भी तो क्या मांगामुझसे तोहफ़े में मेरी ही खुशीअब मुझे अमीर बनना पड़ेगा
कोई समझने वाला चाहिएकोई बताने वाला चाहिएखुद ही खुद को तसल्ली देते हैकोई राह दिखाने वाला चाहिएशीशे अलग-अलग चेहरे दिखाते हैंकोई सूरत दिखाने वाला चाहिएतारीफ़ करने वाले बहुत हैकोई डांटने वाला चाहिएकहने को कहते है कहने वाले अपनेकोई साथ निभाने वाला चाहिए
चेहरा देखते है, झांककर देखते है,रंग देखते है, मुड़कर देखते है,पसंद नहीं आता, पसंद करते है,जेब देखते है, कपड़ा देखते है,आईना कहां रखा है, यहां-वहां देखते है,खुद का पता कहां है, पलटकर देखते हैखुद से फुर्सत कहां, कहां रहते है
अगर कोई आपको अपनेराज़ की बात बताता हैतो वो अपनेतिज़ोरी की चाबी आपको देता है
किसी से कोई उम्मीद ही मत रखोटूटने की नौबत ही नहीं आएगी
जो इंसान खुद खुश नहीं रह सकतावो किसी को भी खुश नहीं रख सकता
कोई किसी से परेशान हैकोई अपने आप से परेशान हैक्या पता किसे किस बात काबुरा लग जाएक्या पता कौन किस बात से परेशान है***
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहतेकि आप आगे बढ़ोकुछ अच्छा हो आपके साथ
किसी को ऐसी दुआ भी मत दोकि उसकी खुद्दारी को चोट पहुंचे
शिकायतें ज्यादा खुद्दारी कमजाने दो ये तुम्हारी-हमारी कैसीजज़्बात समझ ना सको किसी केजाने दो ये होशियारी कैसीखुद गलत रहो और लोग वाह! वाह! करेमिटा दो ये बीमारी कैसीसही गलत का फ़र्क समझते होछोड़ दो ये दिलदारी कैसीमिले तो मुझे नहीं तो किसी को नहींछोड़ दो ये मक्कारी कैसी
किया किसी और ने नाम कोई और हैकामवाला तो कोई औरऔर कोई कामचोर हैकिया कराया किसी और कादिखाने वाला कोई और हैनिशान किसी और केहाथ कोई और हैचोर पे चोर सारे चोरऔर चोरों का भी एक और चोर है
यहां सिर्फ़ चलना सिखाया जाएगाबचपन में गिरोगे तो उठाया जाएगामर जाओगे एक दिनऔर सिर्फ़ कंधा दिया जाएगा
छूने से तो दिल भी मिल जाते हैमन में मैल का होना पाप कहते है
जहाँ अपनापन हो वहाँ जाओयहाँ हाल पूछने से पहलेजाने का जिक्र करते हैआपका साथ जिसके लिए सुकून होउसे मिलोयहाँ मिलने से पहलेजाने का इंतजार करते है
किसी ने झूठ बोलाकिसी ने यकीन कियाकिसी ने किसी को आजमायाऔर फिर प्यार हो गया
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
मेरे पिताजी कहा करते थेबिल्ला अगर बीमार होतो चूहे को उसके पूँछ सेखेलना नहीं चाहिए
यहाँ कौन गरीबकौन सरकार हैखून की कमीमाँगने वाले हज़ार
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससेअपनों को तकलीफ़ होती हैअपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपरदुश्मन की नज़र लग जाती है
जब अँधेरा घना होजब अँधेरा घना हो तो दीयाजला दीजिएबवाल क्यों करते ही जराहोश में आइएजब मामला ठीक ना हो तो शीरक्यो मचाते होजरा आहिस्ता सुनाइएजब कुछ ठीक हो तो इतना क्योंइतराते हीजरा नज़ाकत से पेश आइएजब मिले तब मिले इतना क्योंमचलते होजरा सब्र से काम लीजिए
प्रशंसा, इनाम और नाम तोव्यापार में होते हैकिसी मदद के बदले इसे चाहनाअच्छी बात नहीं होती
अगर कोई इस भ्रम में जीता हैकि आप उसके बीना जी ही नहीं सकतेतो उसका भ्रम तोड़ दो
कुछ खाकर सोना अपना ख्याल रखनाबहुत कीमती हो आपऔर खुश होकर सोना ***
कभी वादा निभाने चले जाओकभी उम्मीद जगाने चले जाओभूखों की भीड़ है महंगे शहर मेंकभी हिम्मत देने चले आओनफ़रत सस्ती है दिल के बाजार मेंकभी मोहब्बत देने चले जाओकुछ ला ना सको तो क्याकभी खाली हाथ मिलने चले आओशोर में सुनाई नहीं देती आवाज़कभी बात करने चले आओ
पहले वाले तू भी खुश रहनाक्योंकि तू जिसके लिए रोता हैदेख वो दूसरे वाले के साथ खुश है
जिसने माफ़ी ना मांगी हमने तोउनको भी माफ़ कर दियाकोई घोर गलती तो नहीं थीऔर माफ करने वालों ने हमेबेझिझक माफ़ कर दिया
जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दोजहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो
ज़रूरी है कि आपकी पीठ कौन थपथपाता हैआपके कंधे पर हाथ किसका हैआपसे हाथ कौन मिलाताआपके साथ कौन चलता है
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
जरूरी नहीं की किसी से कुछकहो और सुनोखामोशी कहती भी है औरसुनाती भी है
ईमान खो देने में देर नहीं लगतीबेईमान होने में देर नहीं लगतीएक बार आ जाए जिंदगी में खूब पैसाइंसान को बदल जाने में देर नहीं लगती
देखा है लोगों कोबहुत करीब सेजिनकी जेब भरी थीवो भी बहुत गरीब थे
इंसान के अच्छे दिन बताते है किकितने अपने हैबुरे दिन बताते है कि कौन अपना है
जो ख़ामोश वो बहुत खुशबताने वालों के गम थोड़े ज्यादा है
किसी पर हँसने से ज्यादाकिसी को हँसाना बहुत मुश्किल होताऔर ये काम महान लोग करते हैआम लोग नहीं
सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भीनहीं छिपतीयहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हारहज़ार बार किया जाता है
मनमानी करने वालेबहुत मिलेंगे यहांदिल रखने वाले जिंदगी मेंकभी-कभी मिला करते है
इंसान अपनी कीमत खुद हीकम कर देता हैहर बार हर जगह ज्यादा बोलकर
यहां हर कोई अपने आप कोहोशियार समझता हैहर कोई एक दूसरे कोबेवकूफ समझता है
जो चला जा सकता है आपसे दूरवो अपना कैसाजो वापस लौट कर ना आएवो अपना कैसाजिसे फ़र्क ना पड़े अपके होने ना होने सेवो अपना कैसा
किसी और की क्या जरूरतअगर खुद से प्यार करोगेतो आईने के साथ ही खुश रहोगे
मांगने वाला नहीं देनेवाला बनो, नाराज़ हो जाता है दिल,तुम शोक मनाओ कुछ कम देकर, लेने की नौबत आती है,तुम दोनों हाथों से दो एक हाथ से लेकर,निकलते है शब्द किसी के लिए बहुआ बनकर,तुम आज़ाद हो जाओ किसी के लिए दुआ बनकर,उठते हैं हाथ बुराई बनकर, निकलते है किसी के लिए अंधेरा बनकर, गैर नहीं होता कोई,तुम जाओ किसी के जिंदगी में चिराग लेकर,सबके काम आते हो, कोई तुम्हारा नहीं होता,तुम सबके हो जाओ, चाहे दूर जाकर,दुश्मन नहीं होता कोई, हँसी आती है अपनों के दर्द पर,तुम खुशी मनाओ, अपनों को खुश देखकर
विश्वास अगर एक बार टूट जाएतो कभी भी नहीं जुड़ता
जिंदगी जीना मुश्किल नहींलेकिन समझना बहुत मुश्किल
कोई भी इंसान हर दर्द सेगुजर सकता है पर वो अपनों कोतकलीफ़ में देख नहीं सकता
पहले खुद देखो ख़ुद सुनो फिर खुद समझोऔर फ़िर किसी के लिए कुछ कहो***
चुगली करना लोगों का मनपसंदकाम हैचापलूसी करना लोगों कोअच्छा लगता है
जिंदगी का असली मजा तो तब हैजब बटुए में पैसे ना होऔर अपने दम पर चलना हो
सूरत जैसी सूरत हो सकती है,सीरत नहीं।
कभी मन हुआ तो हमसे भीबात किया करो, हम तोआपकी रोज़ याद करते है,
शायद कोई मिलने आया हैशायद किसी काम के बहाने आया हैशायद मिलने के बहाने काम लेकर आया हैशायद सिर्फ़ मिलने आया है
दूसरों की खुशी से खुशी होनी चाहिएजलन नहींनफ़रत बुराइयों से होनी चाहिएऔरों के काबिलियत से नहीं
लोगों की खोखली बातेंसुनने का शौक नहींतनहा रहूँ तो कुछआराम मिल जाए
बातें भी उसी से करोजो आपको सुनना पसंद करता होयहां किसी को किसी कीकहानी सुनने में रूचि नहीं
जिसको जो अच्छा लगेउसको वो मिलेहमारी तो ख्वाहिशें भीबदलती रहती है
जब क़िस्मत खराब होतो वक्त की क्या बात हैजब वक्त खराब होतो इंसान की क्या औकात है
उनका वक्त वक्तहमारा वक्त कुछ भी नहींउनके काम जरूरीहमारे काम कुछ भी नहीं
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थेआग किसी तीसरे ने लगाई थी
अपना काम हो गयादूसरों का बिगाड़ दोअपना घर बस गयादूसरों का उजाड़ दो
एक-एक करके सबकी याद आती हैबात सबसे करने का दिल करता हैजब मौत नजदीक आती है
अगर दोनों खुश हैअपनी जिंदगी मेंतो तीसरे का निकल जाना ठीक
मिले गम तो सब को होता हैना किसी का कम ना किसी काज्यादा होता हैना लो तो कुछ भी नहीं लो तोबहुत ज्यादा होता है
हमे पत्थरों की चाहत भी नहींहमे तो फूल खुशबूचाँद और सितारे पसंद है
किसी को सिरहानेमिले ना मिलेकिसी को तकियाचाहिए पैरो तले
दिल लगाकर करोतो कोई भी काम बुरा नहींअगर ईमानदारी से करोतो कोई भी काम छोटा नही
आपका पेन छाता और जूताकभी भी आपका नहीं रहता होगाक्योंकि इसे मांगने वालेना खरीदते है ना लौटाते हैं
मांगा भी तो क्या मांगा
मुझसे तोहफ़े में मेरी ही खुशी
अब मुझे अमीर बनना पड़ेगा
कोई समझने वाला चाहिए
कोई बताने वाला चाहिए
खुद ही खुद को तसल्ली देते है
कोई राह दिखाने वाला चाहिए
शीशे अलग-अलग चेहरे दिखाते हैं
कोई सूरत दिखाने वाला चाहिए
तारीफ़ करने वाले बहुत है
कोई डांटने वाला चाहिए
कहने को कहते है कहने वाले अपने
कोई साथ निभाने वाला चाहिए
चेहरा देखते है, झांककर देखते है,
रंग देखते है, मुड़कर देखते है,
पसंद नहीं आता, पसंद करते है,
जेब देखते है, कपड़ा देखते है,
आईना कहां रखा है, यहां-वहां देखते है,
खुद का पता कहां है, पलटकर देखते है
खुद से फुर्सत कहां, कहां रहते है
अगर कोई आपको अपने
राज़ की बात बताता है
तो वो अपने
तिज़ोरी की चाबी आपको देता है
किसी से कोई उम्मीद ही मत रखो
टूटने की नौबत ही नहीं आएगी
जो इंसान खुद खुश नहीं रह सकता
वो किसी को भी खुश नहीं रख सकता
कोई किसी से परेशान है
कोई अपने आप से परेशान है
क्या पता किसे किस बात का
बुरा लग जाए
क्या पता कौन किस बात से परेशान है
***
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहते
कि आप आगे बढ़ो
कुछ अच्छा हो आपके साथ
किसी को ऐसी दुआ भी मत दो
कि उसकी खुद्दारी को चोट पहुंचे
शिकायतें ज्यादा खुद्दारी कम
जाने दो ये तुम्हारी-हमारी कैसी
जज़्बात समझ ना सको किसी के
जाने दो ये होशियारी कैसी
खुद गलत रहो और लोग वाह! वाह! करे
मिटा दो ये बीमारी कैसी
सही गलत का फ़र्क समझते हो
छोड़ दो ये दिलदारी कैसी
मिले तो मुझे नहीं तो किसी को नहीं
छोड़ दो ये मक्कारी कैसी
किया किसी और ने नाम कोई और है
कामवाला तो कोई और
और कोई कामचोर है
किया कराया किसी और का
दिखाने वाला कोई और है
निशान किसी और के
हाथ कोई और है
चोर पे चोर सारे चोर
और चोरों का भी एक और चोर है
यहां सिर्फ़ चलना सिखाया जाएगा
बचपन में गिरोगे तो उठाया जाएगा
मर जाओगे एक दिन
और सिर्फ़ कंधा दिया जाएगा
छूने से तो दिल भी मिल जाते है
मन में मैल का होना पाप कहते है
जहाँ अपनापन हो वहाँ जाओ
यहाँ हाल पूछने से पहले
जाने का जिक्र करते है
आपका साथ जिसके लिए सुकून हो
उसे मिलो
यहाँ मिलने से पहले
जाने का इंतजार करते है
किसी ने झूठ बोला
किसी ने यकीन किया
किसी ने किसी को आजमाया
और फिर प्यार हो गया
शायद वो आपसे
बात नहीं कर सकता
शायद वो आपसे
बात करना नहीं चाहता
जिसे हर बार खुद होकर
बात करना पड़े
वो शायद अपको भूल गया होगा
मेरे पिताजी कहा करते थे
बिल्ला अगर बीमार हो
तो चूहे को उसके पूँछ से
खेलना नहीं चाहिए
यहाँ कौन गरीब
कौन सरकार है
खून की कमी
माँगने वाले हज़ार
अपने दुख को ज़रा छुपा दो इससे
अपनों को तकलीफ़ होती है
अपना सुख भी ज़रा छुपा दो इसपर
दुश्मन की नज़र लग जाती है
जब अँधेरा घना हो
जब अँधेरा घना हो तो दीया
जला दीजिए
बवाल क्यों करते ही जरा
होश में आइए
जब मामला ठीक ना हो तो शीर
क्यो मचाते हो
जरा आहिस्ता सुनाइए
जब कुछ ठीक हो तो इतना क्यों
इतराते ही
जरा नज़ाकत से पेश आइए
जब मिले तब मिले इतना क्यों
मचलते हो
जरा सब्र से काम लीजिए
प्रशंसा, इनाम और नाम तो
व्यापार में होते है
किसी मदद के बदले इसे चाहना
अच्छी बात नहीं होती
अगर कोई इस भ्रम में जीता है
कि आप उसके बीना जी ही नहीं सकते
तो उसका भ्रम तोड़ दो
कुछ खाकर सोना
अपना ख्याल रखना
बहुत कीमती हो आप
और खुश होकर सोना
***
कभी वादा निभाने चले जाओ
कभी उम्मीद जगाने चले जाओ
भूखों की भीड़ है महंगे शहर में
कभी हिम्मत देने चले आओ
नफ़रत सस्ती है दिल के बाजार में
कभी मोहब्बत देने चले जाओ
कुछ ला ना सको तो क्या
कभी खाली हाथ मिलने चले आओ
शोर में सुनाई नहीं देती आवाज़
कभी बात करने चले आओ
पहले वाले तू भी खुश रहना
क्योंकि तू जिसके लिए रोता है
देख वो दूसरे वाले के साथ खुश है
जिसने माफ़ी ना मांगी हमने तो
उनको भी माफ़ कर दिया
कोई घोर गलती तो नहीं थी
और माफ करने वालों ने हमे
बेझिझक माफ़ कर दिया
जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दो
जहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो
ज़रूरी है कि आपकी पीठ कौन थपथपाता है
आपके कंधे पर हाथ किसका है
आपसे हाथ कौन मिलाता
आपके साथ कौन चलता है
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछे
बुराई करने वाले बहुत मिलते है
अपना तो वो होता है
जो आप को अपमानित होते हुए
नहीं देख सकता
जरूरी नहीं की किसी से कुछ
कहो और सुनो
खामोशी कहती भी है और
सुनाती भी है
ईमान खो देने में देर नहीं लगती
बेईमान होने में देर नहीं लगती
एक बार आ जाए जिंदगी में खूब पैसा
इंसान को बदल जाने में देर नहीं लगती
देखा है लोगों को
बहुत करीब से
जिनकी जेब भरी थी
वो भी बहुत गरीब थे
इंसान के अच्छे दिन बताते है कि
कितने अपने है
बुरे दिन बताते है कि कौन अपना है
जो ख़ामोश वो बहुत खुश
बताने वालों के गम थोड़े ज्यादा है
किसी पर हँसने से ज्यादा
किसी को हँसाना बहुत मुश्किल होता
और ये काम महान लोग करते है
आम लोग नहीं
सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भी
नहीं छिपती
यहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हार
हज़ार बार किया जाता है
मनमानी करने वाले
बहुत मिलेंगे यहां
दिल रखने वाले जिंदगी में
कभी-कभी मिला करते है
इंसान अपनी कीमत खुद ही
कम कर देता है
हर बार हर जगह ज्यादा बोलकर
यहां हर कोई अपने आप को
होशियार समझता है
हर कोई एक दूसरे को
बेवकूफ समझता है
जो चला जा सकता है आपसे दूर
वो अपना कैसा
जो वापस लौट कर ना आए
वो अपना कैसा
जिसे फ़र्क ना पड़े अपके होने ना होने से
वो अपना कैसा
किसी और की क्या जरूरत
अगर खुद से प्यार करोगे
तो आईने के साथ ही खुश रहोगे
मांगने वाला नहीं देनेवाला बनो,
नाराज़ हो जाता है दिल,
तुम शोक मनाओ कुछ कम देकर,
लेने की नौबत आती है,
तुम दोनों हाथों से दो
एक हाथ से लेकर,
निकलते है शब्द किसी के लिए बहुआ बनकर,
तुम आज़ाद हो जाओ
किसी के लिए दुआ बनकर,
उठते हैं हाथ बुराई बनकर,
निकलते है किसी के लिए अंधेरा बनकर,
गैर नहीं होता कोई,
तुम जाओ किसी के जिंदगी में चिराग लेकर,
सबके काम आते हो,
कोई तुम्हारा नहीं होता,
तुम सबके हो जाओ,
चाहे दूर जाकर,
दुश्मन नहीं होता कोई,
हँसी आती है अपनों के दर्द पर,
तुम खुशी मनाओ,
अपनों को खुश देखकर
विश्वास अगर एक बार टूट जाए
तो कभी भी नहीं जुड़ता
जिंदगी जीना मुश्किल नहीं
लेकिन समझना बहुत मुश्किल
कोई भी इंसान हर दर्द से
गुजर सकता है पर वो अपनों को
तकलीफ़ में देख नहीं सकता
पहले खुद देखो ख़ुद सुनो
फिर खुद समझो
और फ़िर किसी के लिए कुछ कहो
***
चुगली करना लोगों का मनपसंद
काम है
चापलूसी करना लोगों को
अच्छा लगता है
जिंदगी का असली मजा तो तब है
जब बटुए में पैसे ना हो
और अपने दम पर चलना हो
सूरत जैसी सूरत हो सकती है,
सीरत नहीं।
कभी मन हुआ तो हमसे भी
बात किया करो, हम तो
आपकी रोज़ याद करते है,
शायद कोई मिलने आया है
शायद किसी काम के बहाने आया है
शायद मिलने के बहाने काम लेकर आया है
शायद सिर्फ़ मिलने आया है
दूसरों की खुशी से खुशी होनी चाहिए
जलन नहीं
नफ़रत बुराइयों से होनी चाहिए
औरों के काबिलियत से नहीं
लोगों की खोखली बातें
सुनने का शौक नहीं
तनहा रहूँ तो कुछ
आराम मिल जाए
बातें भी उसी से करो
जो आपको सुनना पसंद करता हो
यहां किसी को किसी की
कहानी सुनने में रूचि नहीं
जिसको जो अच्छा लगे
उसको वो मिले
हमारी तो ख्वाहिशें भी
बदलती रहती है
जब क़िस्मत खराब हो
तो वक्त की क्या बात है
जब वक्त खराब हो
तो इंसान की क्या औकात है
उनका वक्त वक्त
हमारा वक्त कुछ भी नहीं
उनके काम जरूरी
हमारे काम कुछ भी नहीं
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थे
आग किसी तीसरे ने लगाई थी
अपना काम हो गया
दूसरों का बिगाड़ दो
अपना घर बस गया
दूसरों का उजाड़ दो
एक-एक करके सबकी याद आती है
बात सबसे करने का दिल करता है
जब मौत नजदीक आती है
अगर दोनों खुश है
अपनी जिंदगी में
तो तीसरे का निकल जाना ठीक
मिले गम तो सब को होता है
ना किसी का कम ना किसी का
ज्यादा होता है
ना लो तो कुछ भी नहीं लो तो
बहुत ज्यादा होता है
हमे पत्थरों की चाहत भी नहीं
हमे तो फूल खुशबू
चाँद और सितारे पसंद है
किसी को सिरहाने
मिले ना मिले
किसी को तकिया
चाहिए पैरो तले
दिल लगाकर करो
तो कोई भी काम बुरा नहीं
अगर ईमानदारी से करो
तो कोई भी काम छोटा नही
आपका पेन छाता और जूता
कभी भी आपका नहीं रहता होगा
क्योंकि इसे मांगने वाले
ना खरीदते है ना लौटाते हैं
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