ब्रेकअप लव शायरी | टूटे दिल का दर्द | sad quotes

prashant suryawanshi
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ख़यालों में आऊंगा ख़्वाबों में आऊंगा
कैसे रोकोगे मुझे मै मिलने आऊंगा


अगर दोनों खुश है

अपनी जिंदगी में

तो तीसरे का निकल जाना ठीक

***



मन नहीं लगता अब किसी काम में 

उनसे एक बार बात हो जाए 

तो कुछ काम निपटा लूं

***



और सहा नहीं जाता

कुछ कहा नहीं जाता

अब उससे बात किए बिना

एक पल रहा नही जाता

***


hindi-breakup-love-poetry


तुम्हे बर्दाश्त करने का सवाल ही नहीं
तुम्हारी इज़्ज़त बहुत करता हूँ
तुम रूठ जाती हो मुझसे
मै खुद से रूठ जाता हूँ



वो बहाना ढूंढ रहे थे
हमसे दूर जाने का
और हमसे एक खता हो ही गई


जो प्यार करता है
वो शक नहीं करता
जो शक करता है
वो प्यार ही नहीं करता


गलती से मुझे एक पत्थर अच्छा लगा
और मैने उसे खुदा समझ लिया


तेरा जिंदगी में ना होना ही सही

पर ज़रूरी है होना कहीं ना कहीं

मेरे दिल के दर्द ने मुझसे कहा

अब तो तेरे बिना जीना ही नहीं



इसमें कौनसी बुरी बात है
अगर उनको हमसे भी
ज्यादा अच्छा हमसफ़र मिल जाएँ


अच्छा खासा बीमार हूं,
ठीक होकार भी क्या करूंगा
तुम्हे याद करूंगा


हर तरफ से टूटे हुए थे
जिसे पता था उसी ने उछाल दिया


उस जहाँ से नहीं मै जिस जहाँ से
लोगों का दिल भर जाता है
तुम गुज़र जाओ जिस जहाँ से
उस जहाँ से मेरा दिल उतर जाता है


पूरी जिदंगी जीना है उनके बिना
इस ख़याल से ही हम बार-बार मर जाते है


अपनी-अपनी खुशी, अपने-अपने गम,
खुश तुम, खुश हम


सबकुछ तो बर्दाश्त कर लूंगा
पर दूरी कैसे
जिसे आपबीती सुनाई हो
उससे थोड़ी सी बात कैसे


जाते-जाते ठीक से
तसल्ली तो देते जाते
अच्छा होता अगर ठीक से
अलविदा तो कहते जाते


ना मै उससे अब बात करूंगा 

ना मिलूंगा 

ना उससे दूर जाऊंगा 

ना उसे भूल पाऊगा

***



उसके नज़दीक जाकर 
उससे दूर जाने से अच्छा है
कि मै दूर रहकर ही
उसके पास रहूं

sad love Shayari


तेरा दूर चले जाना 

कुछ इस तरह लगा 

जैसे खुद के मरने की खबर 

खुद ही सुनी हो


Sad love quote


नजदीकी में भी जुदाई
होने से ज्यादा अच्छा है
कि कोई किसी को छोड़ कर
बहुत दूर चला जाए।


तुमसे मुलाकात बहुत कम होगी
जो कह ना सको वो आँखों से बात होगी
जो हुआ उसे जाने दो
फिर से नई शुरुआत होगी
जो हुआ उसे भूल जाओ
फिर से खुशियों की बरसात होगी
अब ना लड़ेंगे ना रूठेंगे एक दुजे से
जो बीत गई वो फिर से बात नहीं होगी


रह-रहकर दिल
रोने को आता है,
लगता है कि अब उनसे
बात कर लूँ,


वो बात करना नहीं चाहती
सुनना नहीं चाहती
मोहब्बत तो बेशुमार है
और मोहब्बत ही करना नहीं चाहती
परवाह तो है उसे मेरी
वो मिलना नही चाहती
कैसे टूटा दिल उसका
वो देखना नहीं चाहती
दिल में बसाकर बंद कर दिया मुझे
नफ़रत भी करना नहीं चाहती


मोहब्बत का गम
बहुत छोटा होता है
उसके लिए
जिसे जिंदगी ने सताया हो


तुमको तो अपना मानता था मै
लेकिन तुमसे अच्छे तो गैर निकले
दिल की बातें करता था तुमसे
लेकिन तुम तो
गैरों से भी ज्यादा गैर निकले


ये दिल तुम्हारा ही घर है

तुम को क्या लगता है

जब चाहो लौटकर आना

कौन रोकता है




मोहब्बत खुशियाँ और ग़म 

दोनों देती है

ना मिले तो गम भी छीन लेती है



मत पूछ कितनी मोहब्बत हैं तुझसे

मै मरकर भी बच गया

दीवानगी पर लोग हँसते हैं

तेरी मोहब्बत ने मुझे पागल कर दिया


 

गुसा भी तुम्हीं पर आता

नाराज भी तुम्हीं से होता है

फिक्र भी तुम्हारी है

तुम्हीं से झगड़ता हूं,

शिकायत भी तुम्हीं से है

प्यार भी तुम्हीं से करता हूँ



इस नशे मे भी आराम है

क्या पता कौन आस-पास है

  हम खोए-खोए से रहते है उनकी यादों में

सुकून का एहसास हैं



मैं कितना भी रूठ जाऊं तुमसे
मेरा दिल मेरा ही वफादार नहीं
ये तो तुम्हारा ही है


मुझको गम हे
उनसे दूर जाने का
गम है किसी और के हो जाने का
उनकी बात मानकर
किसी और का बन गया
और वादा किया खुश रहने का
उनके बिना हम
हमारे बिना वो जिएंगे
और वादा किया
एक दूसरे को
किसी और में देखने का


प्यार में इंतज़ार करना
हर किसी को नहीं आता
दूसरा मिला तो
पहले वाले को भूल जाते हैं लोग


मुझे ये लोग अच्छे नहीं लगते
ये महफिल अच्छी नहीं लगती
तुम नहीं हो
ये दुनियां अच्छी नहीं लगती
तुम नहीं हो
मुझे वो गली वो घर वो रास्ते
अच्छे नहीं लगते
तुम नहीं हो
ये जिंदगी अच्छी नहीं लगती


उनको हमसे मोहब्बत हो गई
और वो दूर चले गए
फिर एक बार भी हाल पूछना
जरूरी नहीं समझा


मेरे बिना भी तुम खुश रहना
जहां भी रहो अपना ख्याल रखना


मिलेंगे उनसे तो कह देंगे

कितने मजबूर थे हम

उनसे दूर होकर भी

उन्हीं के पास थे हम



छोटे-मोटे गम आते-जाते है
पर जीना तुमसे आता है
तुम फिर से याद आते हो
बाकी सब पीछे छूट जाता है


अब कुछ पाने से खुशी नहीं मिलती
कुछ खोने का डर नहीं सताता
मैंने तुमको खोया है
अब मौत से डर नहीं लगता


अब बदल गई हो ना तुम
पहले वाली बातें नहीं करूंगा
हां लौट के आ जाओ
मै तुम्हे फिर से वहीं मिलूंगा


हमे दर्द की आदत
हो चुकी है
अब हमे दर्द ही दो
प्यार दोगे तो मर जाएँगे



उनको मुस्कुराते हुए देखता हूँ
तो उनसे मिले जख्मों की शिकायत
उनसे ही नहीं कर पाता


सच नहीं हो वैसे जैसे हो कोई सपना
वो फरिश्ता लगा मुझे जैसे हो मेरा अपना



गलती तो उनसे भी हुई है
पर वो माफ़ी नहीं मांग सकते


ख़ुशियों का सबब तो अभी भी बाकी है जिंदगी में
पर ये उदासियां
उनकी कमी का एहसास दिलाती है


है लोग गलतफहमी में जीते हैं
कि मोहब्बत मिली
सच्ची मोहब्बत
किसी को भी नहीं मिलती
***



उससे बहस करना मेरे बस की बात नहीं थी 
जिसके सामने मै खुद को भूल जाता था


बहुत तकलीफ़ होती है तब
जब कोई किसी से दूर जाता है
बिना बताए ...


उसके सामने हँसना अच्छा लगता है
उसी के सामने रोना अच्छा लगता है
जो क़िस्मत में नही होता
उसी का आस-पास होना अच्छा लगता है


गुरूर उनका भी नहीं जाता
रूतबा हमारा भी कम नहीं होता
मन तो आज भी उनसे बात करने का होता है
लेकिन बात किया नहीं जाता



क्या हुआ अगर किसी का साथ यहां तक

ये जिंदगी कहां तक है


शब्द निकलते भी है तो दिल से टकराते है
किसी से ने दर्द के साथ ख़ामोशी मिली मुझे


डर लगता है कि कहीं
तुम्हारे बिना मर ना जाऊं
क्योंकि ज़िंदगी तो तुम हो ना

माफ़ तो भगवान भी कर देते है
किसी को तिनके से गलती की सजा भी मिलती है


वो वो गरीब है
जिसे सबसे मनपसंद इंसान ने भी
माफ़ नहीं किया


अगर कभी सामने आऊं
तो मेरी ओर देखकर मुस्कुराना
मुझे बुरा लगता है
एक बार बात जरूर करना


पता नहीं क्या मांजरा है
उसकी याद एक पल के लिए भी नहीं रुकती



मुझे दर्द देकर अगर उसे खुशी मिलती है
तो ये दर्द मुझे और चाहिए
अगर मेरे खुशी से उसे खुशी मिलती है
तो ये दर्द भी मुझे नही चाहिए



सिर्फ एक ग़लतफ़हमी और जिंदगी भर का गम
वो जुदा हो गए हमसे और जुदा हो गए उनसे हम



दिल के मरीज थे मरते मरते बच गए
उन्हें क्या पता वो क्या बोल गए



हां मैं उससे आज भी बात करता हूं
वो बात नहीं करती
मै ही उसकी जगह लेता हूं



क्या बात ना करूं
तुमसे दूर रहना
चलो में मर जाता हूं
तुम खुश रहना
***


जिसके सामने पूरी किताब रख दी
मुझे उसने भी ना समझा


रहा होगा मै भी कहीं गलत
पर दिल उसने भी मेरा दुखाया है



अंदाजा नहीं उसे मेरी तड़प का
मैने ख़ामोशी को
अपने गले से लगा लिया
***


मैं खुद ही खुद की नजरों से गिर गया
उसे नाराज करके बिखर गया
अं ह गलती उसकी नही थी
मैं ही हद से कुछ ज्यादा गुजर गया

 


कुछ भी ठीक नहीं था
तुझे भुला दिया था
तेरी यादें और दर्द भी
कितने जरुरी है

Tanhai shayari


उम्र भर भटकना ही बेहतर है 

गलत जगह बंध जाने से 

अकेले रहना ही बहेतर है 

गलत महफिल में चोट खाने से 

***



सब कुछ कितना
बेकार सा लग रहा है
वो आते तो महफ़िल में
रौनक आ जाती


कई दिन बीत गए
पर तकलीफ़ आज भी उतनी ही
पहले पता नहीं था कि उनसे
इतना लगाव हो चुका था


काश मै बीते कल में जा पाता
जहाँ तुम तुम


तुझसे दूर रहना
मंजूर है
पर जुदा होके
जीना नहीं




कभी-कभी बात होती थी उनसे
अब वो नहीं तो पता चला कि
कितना अकेला हूँ मै

sad love Shayari


कितनी बार कहा तुमसे 

कि मुझसे बात किया करो 

तुम्हारी बातों से सिर्फ

दो चार दिन का गुजारा हो जाता है 

***



उनसे दूर जाकर कुछ ऐसा लगा
रोशनी तो थी जिंदगी में
पर जैसे आंखों को खो दिया


sad love Shayari

काश के ऐसा हो
रात को मै सो जाऊँ
और सुबह किस्मत जाग जाए
काश के ऐसा हो
किसी मोड पर में ठहरू
और वहाँ तू आ जाए
 

तुझे खोकर ही तुझे समझा
तुझे पाकर भी तुझे खोया
लायक भी नहीं था मै तेरे
तुझे खोकर मै बहुत रोया


तुमको तो अपना मानता था मै
लेकिन तुमसे अच्छे तो गैर निकले
दिल की बातें करता था तुमसे
लेकिन तुम तो
गैरों से भी ज्यादा गैर निकले

ये दिल तुम्हारा ही घर है
तुम को क्या लगता है
जब चाहो लौटकर आना
कौन रोकता है


दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होता
टूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होता
गम में मदिरा भी साथ छोड़ देती है
कोई सनम कोई यारा नहीं होता
नया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता है
रूठा टूटा अपना सपना हो जाता है
कौन किसे चाहे यहाँ
अँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होता
उडते होश तनहा कोई
खयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होता
दिन-ब-दिन ढलती शाम
डूबती नैया का किनारा नहीं होता


कल ही तो लगा कि कुछ भूल रहा हूँ मै

लो आज सुबह सुबह उसकी याद आ गई



मरते-मरते बच भी जाओगे
हर किसी से दोस्ती
अच्छी नहीं होती
मुश्किल से बच भी पाओगे
किसी एक से भी मोहब्बत
अच्छी नहीं होती
लगाव से दूर रहना मेरे दोस्त
हमदर्दी अच्छी नहीं होती
मिलते हे यहां दिल से दिल
हर किसी से दिल की बात
अच्छी नहीं होती


दिल से लगा कर चला जाऊंगा
दिल में बसा कर चला जाऊंगा
तुम जीत जाओ
मै हारकर चला जाऊंगा


उनसे कभी मन भर के
बात ही नहीं हुई
कभी समय और मौका नहीं था
तो कभी माहौल नहीं था


इश्क़ में अक्सर
दिल टूट जाता है
जानसे ज्यादा
चाहो जिसे
वो बेवफा होता है


उस जहाँ से नहीं मै जिस जहाँ से
लोगों का दिल भर जाता है
तुम गुज़र जाओ जिस जहाँ से
उस जहाँ से मेरा दिल उतर जाता है

सबकुछ तो बर्दाश्त कर लूंगा
पर दूरी कैसे
जिसे आपबीती सुनाई हो
उससे थोड़ी सी बात कैसे

सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भी
नहीं छिपती
यहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हार
हज़ार बार किया जाता है


शायद वो आपसे
बात नहीं कर सकता
शायद वो आपसे
बात करना नहीं चाहता
जिसे हर बार खुद होकर
बात करना पड़े
वो शायद अपको भूल गया होगा


उनका होना अच्छा लगता है
दिखाई देना अच्छा लगता है
बात ना होते हुए भी
जिंदगी में होना अच्छा लगता है


तुम ना थे तो कुछ भी अच्छा नहीं था
तुम थे तो सब अच्छा था
आज सब अच्छा भी हो तो क्या


अगर दोनों खुश है
अपनी जिंदगी में
तो तीसरे का निकल जाना ठीक


प्यार की बात ना करो
लोग खेल खेलते है
वफा की ना करो
लोग एहसान करते है


जब चाहा बात की जब
चाहा याद किया
ये क्या ख़ामोश हो गए
क्या काम बाद किया
जब कहा कि अपना
ज़रूरत थी तो वाद किया
बदले के बदले यारी की
बदले के बदले साथ दिया
जब मतलब था तो तकलीफ़ दी
ये क्या हिसाब लाद दिया
तेरा दूर चले जाना कुछ इस
तरह से लगा
जैसे ख़ुद के मरने की खबर
ख़ुद ही सुनी हो


और हम उनसे कभी कह ही
नहीं सकते कि हमसे एक
खता हो गई है, हमे उनसे
मोहब्बत हो गई है,


हाल नहीं पूछेगी वो मेरा अब
अपनी जिंदगी में बहुत खुश हैं वो अब


ज़िन्दगी ख़ूबसूरत है
मुहब्बत होने से पहले
जिन्दगी खूबसूरत है
मुहब्बत मिलने के बाद


खूबसूरत दिखाना चाहते है
सूरत दिखाना चाहते है
सीने में पत्थर रखकर
दिल दिखाना चाहते है


रोज़ देखता हूं अपनी चाँदनी को
लेकिन वो बहुत दूर है
मै जमीन हूँ वो आसमान है


तेरी यादें सबूत है
मेरी सच्ची मोहब्बत की
और मै गवाह हूँ उनका


वो झूठ कहती है की
अब वक्त नहीं मिलता
हकीकत तो ये है कि
अब उसे बात करना
अच्छा नही लगता


दोनों अपनी-अपनी जगह सही थे
आग किसी तीसरे ने लगाई थी


काश उसके लिए मै
कुछ कर पाता
उससे उसके सारे
गम लेकर
अपनी सारी खुशियां
उसे दे देता


जिंदगी को छूकर बैठे है, मौत को
आजमाकर बैठे है,
ये जीना मरना क्या होता है,
हम दिल हारकर बैठे है,
क्या पता मोहब्बत क्या होती है,
हम दिल लगाकर बैठे है,
कैसे-कैसे मर्ज है. ये क्या दवा है,
हम तो दिल से बीमार बैठे है,
क्या पाता चाहत क्या होती है
हम होश गवाकर बैठे है


उतने अच्छे तो नहीं थे हम
उतने सही तो नही थे तुम
माना कुछ गलतियां हमसे भी हुई थी
पर उतने बुरे तो नहीं थे हम

मोहब्बत में फ़िक्र बहुत होती है
मोहब्बत में यादें होती है
यहाँ हाल पूछा जाता है
मोहब्बत में बातें होती है

उससे पूछ कर तो देखो
कि कौन है उसका अपना ?
उसके हा मे भी मै छुपा हूँ !
ना में भी मै छुपा हूँ!

जिंदगी ने दस्तक दी
मै कुछ मिटा कर आया
दिल की सनक थी
सब कुछ लुटा कर आया
जो था वो दे दिया
बचा खुचा बाँट कर आया
खतरों की भनक थीं
दिल में कसक थी
चाँद को डुबो कर
सूरज को काट कर आया
पल भर की चमक थी
झूठी महक थी
उजालों से दूर
अँधेरो में लौट कर आया


ज़िंदगी में कभी ये
मत सोचो कि किसी
को अपने किए पर...
पछतावा होगा


सच नहीं हो वैसे जैसे हो कोई सपना
वो फरिश्ता लगा मुझे जैसे हो मेरा अपना


जिंदगी में कभी भी प्यार मत करना
अगर कोई करता है तो उसे
इंकार मत करना


उसके नज़दीक जाकर
उससे दूर जाने से अच्छा है
कि मै दूर रहकर ही
उसके पास रहूं


मनमानी करने वाले
बहुत मिलेंगे यहां
दिल रखने वाले जिंदगी में
कभी-कभी मिला करते है


ऐसा नहीं की
प्यार खत्म हो गया
बस मिला ही नहीं
करने वाले को


दिल लगाते हो प्यार
करते हो
दिल तो लग जाता है
शायद दिमाग़ चलाते हो


होंगे उनके चाहने वाले उसके चाहने
वाले भी कम नहीं
इन सब में वो नहीं उन सब में वो नहीं
पानी कम चाय ज्यादा अब नशे में
वो नहीं
खाली-खाली जाम सारे अब पीने में
मरहम नहीं
अब नहीं रहता कोई मयकश यहां अब
किसी बोतल में दम नहीं
वो तो वैसे भी बदनाम है उसका कोई
नाम नहीं
हकाल दिया गया जहां से वो वहां उसका
कोई काम नहीं
ऐसी भी क्या जिंदगी यहां खुश वो वहां
खुश वो नहीं
हो सके तो उसे दिल में रखना अब कोई
गम नहीं



याद नहीं करता 

मै तुझे अब

पर समझ में नहीं आता 

कि ये उदासी किस बात की है 

***




ना मेरी कोई खता 

ना तेरी यादों का 

कोई एक वक्त 

ये कभी भी 

वक्त बे वक् चली आती है 

***




तबियत खराब है एक दवा दो
ना बात ना मिले कबसे
कुछ लिखा हुआ भेज दो



कभी मै ना आया 
कभी तू ना आयी
बस एक याद तेरी 
जो हर पल आयी 


सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भी
नहीं छिपती
यहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हार
हज़ार बार किया जाता है


न जाने मुझे आजकल क्या हो रहा है,

शराब थोडी ही पीता हूँ,

पर पीने के बाद वो ही याद आ रहा है।

शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है



हाथो में शराब की बोतल
आज सीने में एक नया दर्द
बस लाइलाज था
और आया तेरे दर...


पहले से ही पी रखी थीं
बनाओ पैक मुझे और भी पीना है
हां वो चिलम भी जला दो
मुझे वो भी पीना है
कुछ जल रहा है अंदर
मुझे सब कुछ फूँक देना है




दो-चार घूंट पीकर

बेअदबी से पेश आता हूं

मंदिर हाथ जोड़ने नहीं

किसी को याद करने आता हूँ


शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है



आज लोगों की पसंद भी बदलती है
और प्रेम भी


सैड शायरी - Sad Shayari | Hindi Poems | बेहतरीन शेर  

 



नहीं चाहता मै किसी को दुःख देना
लेकिन हमेशा मेरे साथ ऐसे होता है
देखा नहीं जाता किसी का दुःख
और मुझसे ही किसी का दिल टूट जाता है


तुमसे बात नही करता आजकल
इसका मतलब है कि
तुमने भी हमारा दिल दुखाया है
***
Sad Shayari in hindi

काम ना आओ तो सब रूठ
जाते है
जेब खाली हो तो सब दूर
जाते है
कभी भी बीमार मत पड़ना
नहीं तो अपने भी ऊब जाते

Sad-Shayari-in-hindi

कोई भी किसी का साथ नहीं देता
कोई भी किसी को नहीं समझता
किसी ने भी किसी को भुलाया नहीं
कोई भी किसी को
किसी के हाल पर नहीं छोड़ता


आजकल मनाने का नहीं, रूठने का दौर है,
निभाता कौन है, रिश्ता तोड़ने का दौर है,
***


बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,
वक्त के साथी बातों के अपने,
लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,
हालात के साथी हालात के अपने,
डरे बिचारे सहमे-सहमे,
झूठे दिखावे, झूठे बहाने,
झूठे वादे, झूठे सपने,
***


नींद नहीं आती, चैन नहीं मिलता,
जिंदगी सताती है, आराम नहीं मिलता,
जान थोडा-थोडा जाती है, जीना नही आता,
मौत नही आती, सुकून नहीं मिलता...


अब किसी से मिलने जाऊँ ऐसी कोई
वजह तो नही वज़ह हो भी कोई तो
वैसी हालत नही
***

 


जिंदगी में कभी-कभी बहुत कुछ
मिल जाता है
सबकुछ खो देने के बाद


झूठा हूँ मै मुझ पर भरोसा मत करना
हंसकर मर जाऊँगा एक दिन


कोशिश करके देखता हूँ
तुम्हे बताता हूँ
यह कहकर
पानी में गिर गया पत्थर


कभी अच्छा नही मिलता

कभी अच्छा नही होता

सबकुछ अच्छा होता

अगर मै अच्छा ना होता



गलत नहीं था मै
कुछ लोगों को पहचानने में
लेकिन जो पहले हीरा थे
वो अब पत्थर बन गए


दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होता
टूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होता
गम में मदिरा भी साथ छोड़ देती है
कोई सनम कोई यारा नहीं होता
नया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता है
रूठा टूटा अपना सपना हो जाता है
कौन किसे चाहे यहाँ
अँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होता
उडते होश तनहा कोई
खयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होता
दिन-ब-दिन ढलती शाम
डूबती नैया का किनारा नहीं होता



दिन तो कट जाता है
ऐसे-वैसे
रात में खुद से
मुलाक़ात होती है
***


मेरा वक्त ख़राब है
हाथों से सब कुछ छूटा है
तुम्हारी बात नहीं मेरी जान
मुझसे तो हर कोई रूठा है
***


सब कुछ समझता हूं
मै किसी से शिकवा नहीं करता
सब को समझता हूं
किसी को रुसवा नहीं करता


चाहता हूँ 

कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें

याद आउं तो बात करेंगे 

चाहता हूँ 

कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें 

बात हो तो याद आओ

***


कभी वादा निभाने चले जाओ
कभी उम्मीद जगाने चले जाओ
भूखों की भीड़ है महंगे शहर में
कभी हिम्मत देने चले आओ
नफ़रत सस्ती है दिल के बाजार में
कभी मोहब्बत देने चले जाओ
कुछ ला ना सको तो क्या
कभी खाली हाथ मिलने चले आओ
शोर में सुनाई नहीं देती आवाज़
कभी बात करने चले आओ


टूटा पत्ता फिरसे नहीं जुड़ता
जला हुआ फिरसे नहीं बनता
मेरा दिल कभी भी मत तोड़ना
मै दोबारा नहीं मिलता
मुझे कभी भी मत खोना
मै पहले जैसे नहीं मिलता
कभी भी धोखा मत देना
मै फिर से यक़ीन नहीं रखता
***


हालात नहीं समझते
लोग ताने बहुत मारते है
मजबूरी नहीं समझते
बोल-बोल कर मार डालते है
***

Sad-shayari

सुकून मिलता है मै रात को सो जाता हूँ
नींद आती है और सब कुछ भूल जाता हूँ
***

ऐसा ही हूं, सबके साथ भी हूं,
अकेला भी हूं,


ये कलयुग है यहां आप
जिसको जितना अपना मानोगे
उतना ही वो आपको
गैर होने का अहसास दिलाता रहेगा


आज़ कम से कम मै इतना तो सुधर गया हूं

कि किसी को भी अपना नहीं मानता

किसी पर भी भरोसा नहीं करता



झूठा हूँ मै मुझ पर भरोसा मत करना
हंसकर मर जाऊँगा एक दिन


रात में सुबह के इंतज़ार ने सताया
दिन में रात के इंतज़ार ने सताया
खुशी के इंतजार में रहते है सब
किसी को दर्द के इंतज़ार ने सताया
कल क्या होने वाला है पता था
इस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया


अपनों की सूरत उतरते देखा है

बहुत गहरे थे रिश्ते

पल भर में बदलते देखा है

पहले हां में हां मिलाने वाले

फिर बातों से मुकरते देखा है

***



 अरे! मुझे लगा मेरे साथ अच्छा क्यों हो रहा है

लेकिन ये तो बूरा होने से पहले की शुरुआत थी




वक़्त के साथ इंसान के हालात
बदल जाते हैं लेकिन
याद रह जाता है कि कौन
किस तरह से पेश आया था
***

sad-shayari

एक बार यकीन तो हमे अपने
कातिल पर भी आ जाए
ये क़स्मत कुछ ठीक नहीं लगती


यहाँ कोई किसी पर भरोसा नहीं करता
यहाँ कोई किसी की मदत नहीं करता
सब अपने आप के लिए जीते हैं
कोई किसी के लिए नही मरता 

Parshu-shayari

जो प्यार करता है
वो शक नहीं करता
जो शक करता है
वो प्यार ही नहीं करता



किसी को तकलीफ़ देना
आदत नहीं हमारी
कुछ वक्त के लिए किसी का
रूठ जाना बर्दाश्त ना हुआ



दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होता
टूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होता
गम में मदिरा भी साथ छोड़ देती है
कोई सनम कोई यारा नहीं होता
नया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता है
रूठा टूटा अपना सपना हो जाता है
कौन किसे चाहे यहाँ
अँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होता
उडते होश तनहा कोई
खयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होता
दिन-ब-दिन ढलती शाम
डूबती नैया का किनारा नहीं होता


दिन तो कट जाता है
ऐसे-वैसे
रात में खुद से
मुलाक़ात होती है
***


मेरा वक्त ख़राब है
हाथों से सब कुछ छूटा है
तुम्हारी बात नहीं मेरी जान
मुझसे तो हर कोई रूठा है

• category- 



तुम कुछ ऐसा करने की कोशिश मत करना
कुछ ऐसा कहने की कोशिश मत करना
जान जा सकती है मैरी तुम मुझे आज़माने की
कोशिश मत करना


मुझे रुलाकर वो खुद
भी तो रोए होंगे
हे भगवान मुझे फिर से
माफ़ कर देना


नहीं जो लोग मेरी जिंदगी में आए थे
उनका कोई कसूर नहीं था
कई बार मेरे बर्ताव भी गलत थे


किसी के दूर जाने से इंसान
जितना अंदर से टूट जाता है ना
उतना ही खुद को और
दुनिया को समझ पाता है


जब भी मै कुछ अच्छा करने जाता हूँ
मुझसे बुरा हो ही जाता है


दिल से लगा कर चला जाऊंगा
दिल में बसा कर चला जाऊंगा
तुम जीत जाओ
मै हारकर चला जाऊंगा



मुझे बहुत कम लोगों ने समझा है
जब-जब मैं किसी के लिए दुश्वार बन गया
तब-तब सब ने अपनी-अपनी राय बना ली


निकला था खुद की
आँख पोंछने
तो खुद ही गुनहगार निकला
यहाँ वहाँ देखा तो हर कोई
ज़ख्मी निकला


बुलाने पर आ जाउंगा
किसी महफ़िल में
पर दोस्त कितनी देर रुकुंगा
बता नहीं सकता
***


कहाँ मिलोगे हमे हम आपनी मर्जी से
मिलने आते है
महफिलों में आना-जाना कम रहता है
खुशियों में अक्सर नज़र नहीं आते
***


आजकल मेरे हालात ठीक नहीं लगते

लोगों के ख़यालात ठीक नहीं लगते

मै अपना मान लूं किसी को

पर ये जज़्बात ठीक नहीं लगते



हमने भी कुछ लोगों को अपना
ख़ास माना था
पर उन सबने दिमाग़ से खेला


तन्हाई अच्छी है झूठ की हँसी से ज्यादा
ना चाहकर भी किसी से बात करने से ज्यादा


सब कुछ समझता हूं
मै किसी से शिकवा नहीं करता
सब को समझता हूं
किसी को रुसवा नहीं करता


जिस इंसान का हृदय प्रेम से भरा हो
जो सबसे प्रेम करता हो
उसे ठोकर और नफरत के सिवा
कुछ भी नहीं मिलता


कुछ लोगों को मैं इसलिए भी 
अच्छा नहीं लगा 
क्योकि मै नहीं मेरा वक्त खराब था 


कितने झूठे है हम
कोई पूछता है तो कह देते है
कि मै ठीक हूं


कभी कभी समझ में नहीं आता
हँसना है की रोना है
इस ज़िंदगी में कई किरदार निभाने पड़ते हैं


आजकल मेरे हालात ठीक नहीं लगते
लोगों के ख़यालात ठीक नहीं लगते
मै अपना मान लूं किसी को
पर ये जज़्बात ठीक नहीं लगते


अपनी चीज़ें और दिल 

किसी को दो तो खराब हो जाता है 

***



चाहता हूँ 

कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें

याद आउं तो बात करेंगे 

चाहता हूँ 

कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें 

बात हो तो याद आओ

***



मिलते भी होंगे यहाँ किसी को हमदर्द

मेरे जख्मों पर तो सबने नमक ही छिडका है

***






खुश नसीब है वो लोग जिन्हें 

ईमानदार लोग मिलते हैं 

वरना यहां तो पूरी दुनिया ही बेईमान है 

***



मुझे जब भी किसी ने समझा
गलत समझा
जिसने भी समझा
अधूरा समझा


बार बार मेरे दिल को वो शब्द चुभते है
दुनिया में सबसे ज्यादा मैने जिसे माना
उसी ने मुझे बुरा कहा


मैं बार-बार जोड़ने की कोशिश करता रहा
पर दिल के टुकड़े टुकड़े हो गए थे




कुछ सच बहुत तकलीफ़ देते है
आँखों पर विश्वास नहीं होता और दिल नहीं मानता


भूल जाओ 

तो भूख नहीं,

मन में आया 

तो कुछ नहीं खाया।

***



अब उम्र बढ़ गई है ना हमारी
वो बचपन की बात अलग थी
तब चोट कम होती थी पर
अपनों के सामने रोना आता था


 अपनों में छुपे हुए दुश्मन से ज्यादा अच्छा

तो एक दुश्मन ही अच्छा



आपके कुछ अपने ही नहीं चाहते
आप आगे बढ़ो
कुछ अच्छा हो आपके साथ


मुझे अपना कहने वाले बहुत है

'सिर्फ अपना कहने वाले बहुत है



हमे दिखावे के रिश्ते पसंद नहीं
हम रिश्ते दिल से निभाते है
मिलो तो हाल भी मत पूछना हमारा
अगर दिल रखने के लिए बात करते हो


जो प्यार करता है
वो शक नहीं करता
जो शक करता है
वो प्यार ही नहीं करता
***


दिन कुछ उखड़ा-उखड़ा सा लगता है
कोई बात अच्छी नहीं लगती
रोशनी से दिक्कत है
कोई आवाज़ अच्छी नहीं लगती
नमक छिड़का है हर किसी ने
कोई सूरत अच्छी नहीं लगती
दिल ने दिल्लगी की वक्त ने मज़ाक
जिदंगी अच्छी नहीं लगती
किसी से जुदा होने का गम
मौत अच्छी नहीं लगती
यूं ही लगी है आग धुआं उठा है
छिपी है सूरज की किरणे
और ये बरसात अच्छी नहीं लगती

 
कुछ गलत कहा हो तो 
माफ कर देना दोस्तों 🍹🧂
मै नशे में था 🙃🙏

शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
 




हाँ शराबी भी हूँ,

मयखाने में पीने आया हूँ, 

बूरा ना समझो,

जख्मी हूँ, 

जख्म सीने आया हूँ,

***


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दर्द को भुलाने के लिए भी लोग शराब पीते है

मै थोडी ही लेता हूँ और जख्म हरे हो जाते हैं।

***



आज बारिश है...

दिल की तनहाई है...

हाथो में शराब की बोतल...

और ठहरी साकी भी हैं...

बस अब ये वाली बिजली गरनी बाकी है...

***




क्या मै जीना छोड दूँ ...
शराब पीना कैसे छोड दूँ ...



पहले दवा की जाम जाम की दवा

चलो पहले जाम ही लेता हूँ दवा



खुद ही खुद को बर्दाश्त नहीं करता

कौन किसे बर्दाश्त करता है 

बोतल पें बोतल खत्म करता हूँ 

खुद में किसी और को उतारता हूँ 

***


थकी है जिंदगी कुछ इस कदर

थोड़ा आराम जरुरी है

थोडी दवा थोडा जहर का होना जरुरी है

***



शराब का नशा उतरते ही

सिरदर्द शुरू, 

और बोतल खत्म होते ही

तनहाई।

 

शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है

 


मै जिस दिन लिखना छोड़ दूँ

समझ लेना

सुधर गया हूँ

नहीं तो गुज़र गया हूँ

***



ग़म है

तक़लीफ़ में हूँ

भूल जाओ

ज़ख्मी हूँ



बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,
वक्त के साथी बातों के अपने,
लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,
हालात के साथी हालात के अपने,
डरे बिचारे सहमे-सहमे,
झूठे दिखावे, झूठे बहाने,
झूठे वादे, झूठे सपने,


सब बदल जाते है,
कोई वक्त से बदल जाते है,
कोई बदलने वालों से बदल जाते है,



किसी ने तो
याद किया मुझे
शायद मतलब से...


वक़्त के साथ इंसान के हालात
बदल जाते हैं लेकिन
याद रह जाता है कि कौन
किस तरह से पेश आया था


दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होता
टूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होता
गम में मदिरा भी साथ छोड़ देती है
कोई सनम कोई यारा नहीं होता
नया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता है
रूठा टूटा अपना सपना हो जाता है
कौन किसे चाहे यहाँ
अँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होता
उडते होश तनहा कोई
खयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होता
दिन-ब-दिन ढलती शाम
डूबती नैया का किनारा नहीं होता


कोई सलाह हो तो दो दिल बदल दूँ
कोई दवा हो तो दो मै खुद को बदल दूँ


अब तो यक़ीन पर भी यक़ीन हमारा
उठ सा गया है
यक़ीन ही नहीं होता कि कोई
सचमुच हमे अपना समझता है


शिकायतें मर जाती है इस दिल में
अपनी गलती भी कबूल करता हूँ
अपनों से प्रेम बहुत है
उनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ


जब क़िस्मत खराब हो
तो वक्त की क्या बात है
जब वक्त खराब हो
तो इंसान की क्या औकात है


मेरा सफ़र कांटों का है, मै किसी के साथ
नहीं,
दिल में अंगार है, किसी से नाराज़ नहीं,


देखा नहीं जाता जो आज कह देता हूँ
रोज अपनों की सूरत में गैरो को देखता


हमे मालूम है दुनिया वालों की
हक़ीक़त
इसलिए खुद ही खुद को अपना
सलाहगार बना दिया

तेवर तो हममें भी है
पर दिल दुखाने वाली बात
किया नहीं करते


जिसने माफ़ी ना मांगी हमने तो
उनको भी माफ़ कर दिया
कोई घोर गलती तो नहीं थी
और माफ करने वालों ने हमे
बेझिझक माफ़ कर दिया


पता नही क्या टूटा है
सपने टूटे है की
दिल टूटा है
किसी से हम रूठे है
कि हमसे कोई रूठा है


भर जाता है पेट भी कभी-कभी
दिल टूट के तार तार हो जाने से


रिश्तों के साथ बिताए हुए पल
दोबारा लौटकर नहीं आते
अपनों का साथ कम होता है और
यादें लंबी


बदला नहीं में,
बस नाराज हूँ
अपनों से


ये कलयुग है यहां आप
जिसको जितना अपना मानोगे
उतना ही वो आपको
गैर होने का अहसास दिलाता रहेगा


कुछ भुला दिया जाएगा
कुछ छीन लिया जाएगा
इंसान भी मिट्टी का
एक दीन मिट्टी में मिल जाएगा


सब कुछ भुला देती है, माना कि
रुला देती है, मौत को भी बुरा कैसे कहूँ,
चैन की नींद सुला देती है!


निकला था खुद की
आँख पोंछने
तो खुद ही ख़्वाह-मख़ाह
गुनहगार निकला
यहाँ वहाँ देखा तो हर कोई
ज़ख्मी निकला


दिल ने बहुत चाहा
कि आज किसी से बात करूं
पर कोई ऐसा था ही नहीं
जिससे बात करता


हां तो हा, नहीं तो नही, मै नही
तो तुम ही सही,
जी हां बिलकुल ठीक,
चलता हूं,
बात करने का मन नहीं,


रात में सुबह के इंतज़ार ने सताया
दिन में रात के इंतज़ार ने सताया
खुशी के इंतजार में रहते है सब
किसी को दर्द के इंतज़ार ने सताया
कल क्या होने वाला है पता था
इस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया


वो सुनहरे दिन गए जब पड़ोसी भी
अपनों की तरह रहा करते थे
आज अपने भी गैरों की तरह पेश आते है


हम तो अपनी आदतों के बर्बाद है
अब पीछा आप ही हमारा छोड़ दो


कोई कहता है कि मैं सबसे दूर चला जाता हूँ
सच है क्योंकि सब मुझसे दूर चले जाते है


हम दूर से ही खामोश भले
लोग मिलते भी है तो
जबान से ज़हर उगलते है


ना तो खुशी कोई
ना है कोई गम अब
थोडा सा बचा है प्यार
वो खुद के लिए अब


कुछ अच्छा हो न हो जिंदगी में
पर कोई न कोई मेरा दिल तोड़ने जरुर आता है


आजकल दिल नहीं टूटता
ख्वाहिशों के टूटने से
पिछली बार बहुत तड़पा था
लगता है मर गया
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अपनों के घर भी जाओ
तो मेहमान बनकर जाओ
अपनों को अपनों का आना
अच्छा नहीं लगता
मेहमान के घर भी जाओ
तो बुलाने पर जाओ
बिन बुलाया मेहमान
मेहमान को अच्छा नहीं लगता


बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,
वक्त के साथी बातों के अपने,
लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,
हालात के साथी हालात के अपने,
डरे बिचारे सहमे-सहमे,
झूठे दिखावे, झूठे बहाने,
झूठे वादे, झूठे सपने,

Sad Shayari in hindi

काम ना आओ तो सब रूठ
जाते है
जेब खाली हो तो सब दूर
जाते है
कभी भी बीमार मत पड़ना
नहीं तो अपने भी ऊब जाते
 

हमे दिखावे के रिश्ते पसंद नहीं
हम रिश्ते दिल से निभाते है
मिलो तो हाल भी मत पूछना हमारा
अगर दिल रखने के लिए बात करते हो


पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछे
बुराई करने वाले बहुत मिलते है
अपना तो वो होता है
जो आप को अपमानित होते हुए
नहीं देख सकता


बदला नहीं मै
बस नाराज़ हूं अपनों से


शिकायतें मर जाती है इस दिल में
अपनी गलती भी कबूल करता हूँ
अपनों से प्रेम बहुत है
उनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ


जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दो
जहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो



झूठ मूठ का रिश्ता
हल्का फुल्का साथ
बस मीठी-मीठी बातें
और पतला प्यार
***

 


अपनों की सूरत उतरते देखा है

बहुत गहरे थे रिश्ते

पल भर में बदलते देखा है

पहले हां में हां मिलाने वाले

फिर बातों से मुकरते देखा है

***


आपके कुछ अपने ही नहीं चाहते

आप आगे बढ़ो

कुछ अच्छा हो आपके साथ *

 

**






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