|
Broken heart |
निगाहों का क्या कसूर
ये तो बस लड़ जाता है
तबाह तो तब होते हैं
जब दिल कहीं ठहर जाता है
दिल के आसमान में एक चांद
खोया खोया सा क्यों है
न जाने किसकी यादों में खोकर
मन उसका रोया रोया सा क्यों है
अगर मूझसे पहले तुम्हें कुछ हुआ
तो मै भी मर जाऊंगा
तुम्हारे बाद में मर जाऊं तो
तुम मेरी अर्थी का वो पुष्प बनना
जो मेरे हृदय से लगकर
मेरे अंतिम सफर में मेरे साथ चल सके।
अगर मूझसे पहले तुम्हें कुछ हुआ
तो मै भी मर जाऊंगा
तुम्हारे बाद में मर जाऊं तो
तुम मेरी अर्थी का वो श्वेत वस्त्र बनना
जो मेरे शरीर से लिपटकर
मेरे अंतिम सफर में मेरे साथ चल सके।
मोहब्बत खुशियाँ और ग़म
दोनों देती है
ना मिले तो गम भी छीन लेती है
|
नज़र को ज़रूर ख़बर होगी कि मोहब्बत चीज़ क्या होता है |
नज़र को ज़रूर ख़बर होगी
कि मोहब्बत चीज़ क्या होता है
नींद आती नहीं क्यों रातों में
जब दिल से दिल जुदा होता है
|
ब्रेकअप शायरी |
फ़र्क नहीं पड़ता दूर जाने से
फ़र्क नहीं पड़ता नज़दीक न आने से
फ़र्क नहीं पड़ता रूठ जाने से
फ़र्क बहुत पड़ता है तुम्हारे ना मुस्कुराने से
उनको हमसे मोहब्बत हो गई
और वो दूर चले गए
फिर एक बार भी हाल पूछना
जरूरी नहीं समझा
मेरे बिना भी तुम खुश रहना
जहां भी रहो अपना ख्याल रखना
तेरा जिंदगी में ना होना ही सही
पर ज़रूरी है होना कहीं ना कहीं
मेरे दिल के दर्द ने मुझसे कहा
अब तो तेरे बिना जीना ही नहीं
मिलेंगे उनसे तो कह देंगे
कितने मजबूर थे हम
उनसे दूर होकर भी
उन्हीं के पास थे हम
छोटे-मोटे गम आते-जाते है
पर जीना तुमसे आता है
तुम फिर से याद आते हो
बाकी सब पीछे छूट जाता है
अब बदल गई हो ना तुम
पहले वाली बातें नहीं करूंगा
हां लौट के आ जाओ
मै तुम्हे फिर से वहीं मिलूंगा
इसमें कौनसी बुरी बात है
अगर उनको हमसे भी
ज्यादा अच्छा हमसफ़र मिल जाएँ
अगर हम दोनों ही एक दूसरे से रूठ गए
तो फिर मनाएगा कौन?
हमे दर्द की आदत
हो चुकी है
अब हमे दर्द ही दो
प्यार दोगे तो मर जाएँगे
भूल जाओ एक दिन
वो यादें कैसी
भुलाने की कोशिश करो जिसे
वो भुलाया नहीं जाता
उनको मुस्कुराते हुए देखता हूँ
तो उनसे मिले जख्मों की शिकायत
उनसे ही नहीं कर पाता
मन नहीं लगता अब किसी काम में
उनसे एक बार बात हो जाए
तो कुछ काम निपटा लूँ
सच नहीं हो वैसे जैसे हो कोई सपना
वो फरिश्ता लगा मुझे जैसे हो मेरा अपना
गलती तो उनसे भी हुई है
पर वो माफ़ी नहीं मांग सकते
ख़ुशियों का सबब तो अभी भी बाकी है जिंदगी में
पर ये उदासियां
उनकी कमी का एहसास दिलाती है
उससे बहस करना मेरे बस की बात नहीं थी
जिसके सामने मै खुद को भूल जाता था
बहुत तकलीफ़ होती है तब
जब कोई किसी से दूर जाता है
बिना बताए ...
उसके सामने हँसना अच्छा लगता है
उसी के सामने रोना अच्छा लगता है
जो क़िस्मत में नही होता
उसी का आस-पास होना अच्छा लगता है
गुरूर उनका भी नहीं जाता
रूतबा हमारा भी कम नहीं होता
मन तो आज भी उनसे बात करने का होता है
लेकिन बात किया नहीं जाता
और सहा नहीं जाता
कुछ कहा नहीं जाता
अब उससे बात किए बिना
एक पल रहा नही जाता
क्या हुआ अगर किसी का साथ यहां तक
ये जिंदगी कहां तक है
शब्द निकलते भी है तो दिल से टकराते है
किसी से ने दर्द के साथ ख़ामोशी मिली मुझे
डर लगता है कि कहीं
तुम्हारे बिना मर ना जाऊं
क्योंकि ज़िंदगी तो तुम हो ना
माफ़ तो भगवान भी कर देते है
किसी को तिनके से गलती की सजा भी मिलती है
वो वो गरीब है
जिसे सबसे मनपसंद इंसान ने भी
माफ़ नहीं किया
अगर कभी सामने आऊं
तो मेरी ओर देखकर मुस्कुराना
मुझे बुरा लगता है
एक बार बात जरूर करना
पता नहीं क्या मांजरा है
उसकी याद एक पल के लिए भी नहीं रुकती
मुझे दर्द देकर अगर उसे खुशी मिलती है
तो ये दर्द मुझे और चाहिए
अगर मेरे खुशी से उसे खुशी मिलती है
तो ये दर्द भी मुझे नही चाहिए
सिर्फ एक ग़लतफ़हमी और जिंदगी भर का गम
वो जुदा हो गए हमसे और जुदा हो गए उनसे हम
हर तरफ से टूटे हुए थे
जिसे पता था उसी ने उछाल दिया
दिल के मरीज थे मरते मरते बच गए
उन्हें क्या पता वो क्या बोल गए
हां मैं उससे आज भी बात करता हूं
वो बात नहीं करती
मै ही उसकी जगह लेता हूं
पूरी जिदंगी जीना है उनके बिना
इस ख़याल से ही हम बार-बार मर जाते है
अपनी-अपनी खुशी, अपने-अपने गम,
खुश तुम, खुश हम,
क्या बात ना करूं
तुमसे दूर रहना
चलो में मर जाता हूं
तुम खुश रहना
जिसके सामने पूरी किताब रख दी
मुझे उसने भी ना समझा
ख़यालों में आऊंगा ख़्वाबों में आऊंगा
कैसे रोकोगे मुझे मै मिलने आऊंगा
रहा होगा मै भी कहीं गलत
पर दिल उसने भी मेरा दुखाया है
वो बहाना ढूंढ रहे थे
हमसे दूर जाने का
और हमसे एक खता हो ही गई
-
अंदाजा नहीं उसे मेरी तड़प का
मैने ख़ामोशी को
अपने गले से लगा लिया
|
मैं खुद ही खुद की नजरों से गिर गया उसे नाराज करके बिखर गया अं ह गलती उसकी नही थी मैं ही हद से कुछ ज्यादा गुजर गया
|
कुछ भी ठीक नहीं था
तुझे भुला दिया था
तेरी यादें और दर्द भी
कितने जरुरी है
गलती से मुझे एक पत्थर अच्छा लगा
मैने उसे खुदा समझ लिया
कई दिन बीत गए
पर तकलीफ़ आज भी उतनी ही
पहले पता नहीं था कि उनसे
इतना लगाव हो चुका था
काश मै बीते कल में जा पाता
जहाँ तुम तुम
कभी-कभी बात होती थी उनसे
अब वो नहीं तो पता चला कि
कितना अकेला हूँ मै
जाते-जाते ठीक से
तसल्ली तो देते जाते
अच्छा होता अगर ठीक से
अलविदा तो कहते जाते
Categories:-
Attitude Shayari Suvichar hearttouching motivational
*ना मै उससे अब बात करूंगा
ना मिलूंगा
ना उससे दूर जाऊंगा
ना उसे भूल पाऊगा
*उसके नज़दीक जाकर
उससे दूर जाने से अच्छा है
कि मै दूर रहकर ही
उसके पास रहूं
sad love shayari Badalate log _Breakup Love Alone Sad luck
|
sad love Shayari |
तेरा दूर चले जाना
कुछ इस तरह लगा
जैसे खुद के मरने की खबर
खुद ही सुनी हो
|
sad love Shayari |
कितनी बार कहा तुमसे
कि मुझसे बात किया करो
तुम्हारी बातों से सिर्फ
दो चार दिन का गुजारा हो जाता है
उनसे दूर जाकर कुछ ऐसा लगा
रोशनी तो थी जिंदगी में
पर जैसे आंखों को खो दिया
|
काश के ऐसा हो रात को मै सो जाऊँ और सुबह किस्मत जाग जाए काश के ऐसा हो किसी मोड पर में ठहरू और वहाँ तू आ जाए |
|
Sad love quote |
नजदीकी में भी जुदाई
होने से ज्यादा अच्छा है
कि कोई किसी को छोड़ कर
बहुत दूर चला जाए।
ये दिल तुम्हारा ही घर है
तुम को क्या लगता है
जब चाहो लौटकर आना
कौन रोकता है
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होता
टूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होता
गम में मदिरा भी साथ छोड़ देती है
कोई सनम कोई यारा नहीं होता
नया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता है
रूठा टूटा अपना सपना हो जाता है
कौन किसे चाहे यहाँ
अँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होता
उडते होश तनहा कोई
खयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होता
दिन-ब-दिन ढलती शाम
डूबती नैया का किनारा नहीं होता
कल ही तो लगा कि कुछ भूल रहा हूँ मै
लो आज सुबह सुबह उसकी याद आ गई
मरते-मरते बच भी जाओगे
हर किसी से दोस्ती
अच्छी नहीं होती
मुश्किल से बच भी पाओगे
किसी एक से भी मोहब्बत
अच्छी नहीं होती
लगाव से दूर रहना मेरे दोस्त
हमदर्दी अच्छी नहीं होती
मिलते हे यहां दिल से दिल
हर किसी से दिल की बात
अच्छी नहीं होती
दिल से लगा कर चला जाऊंगा
दिल में बसा कर चला जाऊंगा
तुम जीत जाओ
मै हारकर चला जाऊंगा
उनसे कभी मन भर के
बात ही नहीं हुई
कभी समय और मौका नहीं था
तो कभी माहौल नहीं था
इश्क़ में अक्सर
दिल टूट जाता है
जानसे ज्यादा
चाहो जिसे
वो बेवफा होता है
उस जहाँ से नहीं मै जिस जहाँ से
लोगों का दिल भर जाता है
तुम गुज़र जाओ जिस जहाँ से
उस जहाँ से मेरा दिल उतर जाता है
तुमसे मुलाकात बहुत कम होगी
जो कह ना सको वो आँखों से बात होगी
जो हुआ उसे जाने दो
फिर से नई शुरुआत होगी
जो हुआ उसे भूल जाओ
फिर से खुशियों की बरसात होगी
अब ना लड़ेंगे ना रूठेंगे एक दुजे से
जो बीत गई वो फिर से बात नहीं होगी
रह-रहकर दिल
रोने को आता है,
लगता है कि अब उनसे
बात कर लूँ,
सबकुछ तो बर्दाश्त कर लूंगा
पर दूरी कैसे
जिसे आपबीती सुनाई हो
उससे थोड़ी सी बात कैसे
सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भी
नहीं छिपती
यहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हार
हज़ार बार किया जाता है
शायद वो आपसे
बात नहीं कर सकता
शायद वो आपसे
बात करना नहीं चाहता
जिसे हर बार खुद होकर
बात करना पड़े
वो शायद अपको भूल गया होगा
उनका होना अच्छा लगता है
दिखाई देना अच्छा लगता है
बात ना होते हुए भी
जिंदगी में होना अच्छा लगता है
तुम ना थे तो कुछ भी अच्छा नहीं था
तुम थे तो सब अच्छा था
आज सब अच्छा भी हो तो क्या
अगर दोनों खुश है
अपनी जिंदगी में
तो तीसरे का निकल जाना ठीक
प्यार की बात ना करो
लोग खेल खेलते है
वफा की ना करो
लोग एहसान करते है
जब चाहा बात की जब
चाहा याद किया
ये क्या ख़ामोश हो गए
क्या काम बाद किया
जब कहा कि अपना
ज़रूरत थी तो वाद किया
बदले के बदले यारी की
बदले के बदले साथ दिया
जब मतलब था तो तकलीफ़ दी
ये क्या हिसाब लाद दिया
तेरा दूर चले जाना कुछ इस
तरह से लगा
जैसे ख़ुद के मरने की खबर
ख़ुद ही सुनी हो
और हम उनसे कभी कह ही
नहीं सकते कि हमसे एक
खता हो गई है, हमे उनसे
मोहब्बत हो गई है,
हाल नहीं पूछेगी वो मेरा अब
अपनी जिंदगी में बहुत खुश हैं वो अब
ज़िन्दगी ख़ूबसूरत है
मुहब्बत होने से पहले
जिन्दगी खूबसूरत है
मुहब्बत मिलने के बाद
खूबसूरत दिखाना चाहते है
सूरत दिखाना चाहते है
सीने में पत्थर रखकर
दिल दिखाना चाहते है
रोज़ देखता हूं अपनी चाँदनी को
लेकिन वो बहुत दूर है
मै जमीन हूँ वो आसमान है
तेरी यादें सबूत है
मेरी सच्ची मोहब्बत की
और मै गवाह हूँ उनका
वो झूठ कहती है की
अब वक्त नहीं मिलता
हकीकत तो ये है कि
अब उसे बात करना
अच्छा नही लगता
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थे
आग किसी तीसरे ने लगाई थी
काश उसके लिए मै
कुछ कर पाता
उससे उसके सारे
गम लेकर
अपनी सारी खुशियां
उसे दे देता
जिंदगी को छूकर बैठे है, मौत को
आजमाकर बैठे है,
ये जीना मरना क्या होता है,
हम दिल हारकर बैठे है,
क्या पता मोहब्बत क्या होती है,
हम दिल लगाकर बैठे है,
कैसे-कैसे मर्ज है. ये क्या दवा है,
हम तो दिल से बीमार बैठे है,
क्या पाता चाहत क्या होती है
हम होश गवाकर बैठे है
उतने अच्छे तो नहीं थे हम
उतने सही तो नही थे तुम
माना कुछ गलतियां हमसे भी हुई थी
पर उतने बुरे तो नहीं थे हम
मोहब्बत में फ़िक्र बहुत होती है
मोहब्बत में यादें होती है
यहाँ हाल पूछा जाता है
मोहब्बत में बातें होती है
उससे पूछ कर तो देखो
कि कौन है उसका अपना ?
उसके हा मे भी मै छुपा हूँ !
ना में भी मै छुपा हूँ!
जिंदगी ने दस्तक दी
मै कुछ मिटा कर आया
दिल की सनक थी
सब कुछ लुटा कर आया
जो था वो दे दिया
बचा खुचा बाँट कर आया
खतरों की भनक थीं
दिल में कसक थी
चाँद को डुबो कर
सूरज को काट कर आया
पल भर की चमक थी
झूठी महक थी
उजालों से दूर
अँधेरो में लौट कर आया
ज़िंदगी में कभी ये
मत सोचो कि किसी
को अपने किए पर...
पछतावा होगा
सच नहीं हो वैसे जैसे हो कोई सपना
वो फरिश्ता लगा मुझे जैसे हो मेरा अपना
जिंदगी में कभी भी प्यार मत करना
अगर कोई करता है तो उसे
इंकार मत करना
उसके नज़दीक जाकर
उससे दूर जाने से अच्छा है
कि मै दूर रहकर ही
उसके पास रहूं
मनमानी करने वाले
बहुत मिलेंगे यहां
दिल रखने वाले जिंदगी में
कभी-कभी मिला करते है
ऐसा नहीं की
प्यार खत्म हो गया
बस मिला ही नहीं
करने वाले को
दिल लगाते हो प्यार
करते हो
दिल तो लग जाता है
शायद दिमाग़ चलाते हो
होंगे उनके चाहने वाले उसके चाहने
वाले भी कम नहीं
इन सब में वो नहीं उन सब में वो नहीं
पानी कम चाय ज्यादा अब नशे में
वो नहीं
खाली-खाली जाम सारे अब पीने में
मरहम नहीं
अब नहीं रहता कोई मयकश यहां अब
किसी बोतल में दम नहीं
वो तो वैसे भी बदनाम है उसका कोई
नाम नहीं
हकाल दिया गया जहां से वो वहां उसका
कोई काम नहीं
ऐसी भी क्या जिंदगी यहां खुश वो वहां
खुश वो नहीं
हो सके तो उसे दिल में रखना अब कोई
गम नहीं
Categories:-
Attitude Shayari Suvichar hearttouching motivational
याद नहीं करता
मै तुझे अब
पर समझ में नहीं आता
कि ये उदासी किस बात की है
|
Sad love memories |
ना मेरी कोई खता
ना तेरी यादों का
कोई एक वक्त
ये कभी भी
वक्त बे वक् चली आती है
तबियत खराब है एक दवा दो
ना बात ना मिले कबसे
कुछ लिखा हुआ भेज दो
कभी मै ना आया
कभी तू ना आयी
बस एक याद तेरी
जो हर पल आयी
न जाने मुझे आजकल क्या हो रहा है,
शराब थोडी ही पीता हूँ,
पर पीने के बाद वो ही याद आ रहा है।
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
हाथो में शराब की बोतल
आज सीने में एक नया दर्द
बस लाइलाज था
और आया तेरे दर...
पहले से ही पी रखी थीं
बनाओ पैक मुझे और भी पीना है
हां वो चिलम भी जला दो
मुझे वो भी पीना है
कुछ जल रहा है अंदर
मुझे सब कुछ फूँक देना है
|
Sharab shayari |
दो-चार घूंट पीकर
बेअदबी से पेश आता हूं
मंदिर हाथ जोड़ने नहीं
किसी को याद करने आता हूँ
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
आज लोगों की पसंद भी बदलती है
और प्रेम भी
0 टिप्पणियाँ