ख़यालों में आऊंगा ख़्वाबों में आऊंगाकैसे रोकोगे मुझे मै मिलने आऊंगा
अगर दोनों खुश है
अपनी जिंदगी में
तो तीसरे का निकल जाना ठीक
***
मन नहीं लगता अब किसी काम में
उनसे एक बार बात हो जाए
तो कुछ काम निपटा लूं
***
और सहा नहीं जाता
कुछ कहा नहीं जाता
अब उससे बात किए बिना
एक पल रहा नही जाता
***
तुम्हे बर्दाश्त करने का सवाल ही नहींतुम्हारी इज़्ज़त बहुत करता हूँतुम रूठ जाती हो मुझसेमै खुद से रूठ जाता हूँ
जो प्यार करता हैवो शक नहीं करताजो शक करता हैवो प्यार ही नहीं करता
तेरा जिंदगी में ना होना ही सही
पर ज़रूरी है होना कहीं ना कहीं
मेरे दिल के दर्द ने मुझसे कहा
अब तो तेरे बिना जीना ही नहीं
उस जहाँ से नहीं मै जिस जहाँ सेलोगों का दिल भर जाता हैतुम गुज़र जाओ जिस जहाँ सेउस जहाँ से मेरा दिल उतर जाता है
पूरी जिदंगी जीना है उनके बिनाइस ख़याल से ही हम बार-बार मर जाते है
अपनी-अपनी खुशी, अपने-अपने गम,खुश तुम, खुश हम
ना मै उससे अब बात करूंगा
ना मिलूंगा
ना उससे दूर जाऊंगा
ना उसे भूल पाऊगा
***
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तेरा दूर चले जाना
कुछ इस तरह लगा
जैसे खुद के मरने की खबर
खुद ही सुनी हो
वो बात करना नहीं चाहतीसुनना नहीं चाहतीमोहब्बत तो बेशुमार हैऔर मोहब्बत ही करना नहीं चाहतीपरवाह तो है उसे मेरीवो मिलना नही चाहतीकैसे टूटा दिल उसकावो देखना नहीं चाहतीदिल में बसाकर बंद कर दिया मुझेनफ़रत भी करना नहीं चाहती
मोहब्बत का गमबहुत छोटा होता हैउसके लिएजिसे जिंदगी ने सताया हो
तुमको तो अपना मानता था मैलेकिन तुमसे अच्छे तो गैर निकलेदिल की बातें करता था तुमसेलेकिन तुम तोगैरों से भी ज्यादा गैर निकले
ये दिल तुम्हारा ही घर है
तुम को क्या लगता है
जब चाहो लौटकर आना
कौन रोकता है
मत पूछ कितनी मोहब्बत हैं तुझसे
मै मरकर भी बच गया
दीवानगी पर लोग हँसते हैं
तेरी मोहब्बत ने मुझे पागल कर दिया
गुसा भी तुम्हीं पर आता
नाराज भी तुम्हीं से होता है
फिक्र भी तुम्हारी है
तुम्हीं से झगड़ता हूं,
शिकायत भी तुम्हीं से है
प्यार भी तुम्हीं से करता हूँ
उनको हमसे मोहब्बत हो गईऔर वो दूर चले गएफिर एक बार भी हाल पूछनाजरूरी नहीं समझा
मेरे बिना भी तुम खुश रहनाजहां भी रहो अपना ख्याल रखना
मिलेंगे उनसे तो कह देंगे
कितने मजबूर थे हम
उनसे दूर होकर भी
उन्हीं के पास थे हम
छोटे-मोटे गम आते-जाते हैपर जीना तुमसे आता हैतुम फिर से याद आते होबाकी सब पीछे छूट जाता है
अब कुछ पाने से खुशी नहीं मिलतीकुछ खोने का डर नहीं सतातामैंने तुमको खोया हैअब मौत से डर नहीं लगता
हमे दर्द की आदतहो चुकी हैअब हमे दर्द ही दोप्यार दोगे तो मर जाएँगे
भूल जाओ एक दिनवो यादें कैसीभुलाने की कोशिश करो जिसेवो भुलाया नहीं जाता
गलती तो उनसे भी हुई हैपर वो माफ़ी नहीं मांग सकते
उससे बहस करना मेरे बस की बात नहीं थीजिसके सामने मै खुद को भूल जाता था
उसके सामने हँसना अच्छा लगता हैउसी के सामने रोना अच्छा लगता हैजो क़िस्मत में नही होताउसी का आस-पास होना अच्छा लगता है
गुरूर उनका भी नहीं जातारूतबा हमारा भी कम नहीं होतामन तो आज भी उनसे बात करने का होता हैलेकिन बात किया नहीं जाता
पता नहीं क्या मांजरा हैउसकी याद एक पल के लिए भी नहीं रुकती
मुझे दर्द देकर अगर उसे खुशी मिलती हैतो ये दर्द मुझे और चाहिएअगर मेरे खुशी से उसे खुशी मिलती हैतो ये दर्द भी मुझे नही चाहिए
सिर्फ एक ग़लतफ़हमी और जिंदगी भर का गमवो जुदा हो गए हमसे और जुदा हो गए उनसे हम
दिल के मरीज थे मरते मरते बच गएउन्हें क्या पता वो क्या बोल गए
हां मैं उससे आज भी बात करता हूंवो बात नहीं करतीमै ही उसकी जगह लेता हूं
क्या बात ना करूंतुमसे दूर रहनाचलो में मर जाता हूंतुम खुश रहना
जिसके सामने पूरी किताब रख दीमुझे उसने भी ना समझा
रहा होगा मै भी कहीं गलतपर दिल उसने भी मेरा दुखाया है
अंदाजा नहीं उसे मेरी तड़प कामैने ख़ामोशी कोअपने गले से लगा लिया
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कुछ भी ठीक नहीं थातुझे भुला दिया थातेरी यादें और दर्द भीकितने जरुरी है
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कभी-कभी बात होती थी उनसेअब वो नहीं तो पता चला किकितना अकेला हूँ मै
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कितनी बार कहा तुमसे
कि मुझसे बात किया करो
तुम्हारी बातों से सिर्फ
दो चार दिन का गुजारा हो जाता है
***
उनसे दूर जाकर कुछ ऐसा लगारोशनी तो थी जिंदगी मेंपर जैसे आंखों को खो दिया
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तुझे खोकर ही तुझे समझातुझे पाकर भी तुझे खोयालायक भी नहीं था मै तेरेतुझे खोकर मै बहुत रोया
तुमको तो अपना मानता था मैलेकिन तुमसे अच्छे तो गैर निकलेदिल की बातें करता था तुमसेलेकिन तुम तोगैरों से भी ज्यादा गैर निकले
ये दिल तुम्हारा ही घर हैतुम को क्या लगता हैजब चाहो लौटकर आनाकौन रोकता है
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होताटूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होतागम में मदिरा भी साथ छोड़ देती हैकोई सनम कोई यारा नहीं होतानया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता हैरूठा टूटा अपना सपना हो जाता हैकौन किसे चाहे यहाँअँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होताउडते होश तनहा कोईखयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होतादिन-ब-दिन ढलती शामडूबती नैया का किनारा नहीं होता
मरते-मरते बच भी जाओगेहर किसी से दोस्तीअच्छी नहीं होतीमुश्किल से बच भी पाओगेकिसी एक से भी मोहब्बतअच्छी नहीं होतीलगाव से दूर रहना मेरे दोस्तहमदर्दी अच्छी नहीं होतीमिलते हे यहां दिल से दिलहर किसी से दिल की बातअच्छी नहीं होती
दिल से लगा कर चला जाऊंगादिल में बसा कर चला जाऊंगातुम जीत जाओमै हारकर चला जाऊंगा
उनसे कभी मन भर केबात ही नहीं हुईकभी समय और मौका नहीं थातो कभी माहौल नहीं था
इश्क़ में अक्सरदिल टूट जाता हैजानसे ज्यादाचाहो जिसेवो बेवफा होता है
उस जहाँ से नहीं मै जिस जहाँ सेलोगों का दिल भर जाता हैतुम गुज़र जाओ जिस जहाँ सेउस जहाँ से मेरा दिल उतर जाता है
सबकुछ तो बर्दाश्त कर लूंगापर दूरी कैसेजिसे आपबीती सुनाई होउससे थोड़ी सी बात कैसे
सच्ची मोहब्बत तो छिपाने से भीनहीं छिपतीयहाँ झूठी मोहब्बत का इज़हारहज़ार बार किया जाता है
शायद वो आपसेबात नहीं कर सकताशायद वो आपसेबात करना नहीं चाहताजिसे हर बार खुद होकरबात करना पड़ेवो शायद अपको भूल गया होगा
उनका होना अच्छा लगता हैदिखाई देना अच्छा लगता हैबात ना होते हुए भीजिंदगी में होना अच्छा लगता है
तुम ना थे तो कुछ भी अच्छा नहीं थातुम थे तो सब अच्छा थाआज सब अच्छा भी हो तो क्या
अगर दोनों खुश हैअपनी जिंदगी मेंतो तीसरे का निकल जाना ठीक
प्यार की बात ना करोलोग खेल खेलते हैवफा की ना करोलोग एहसान करते है
जब चाहा बात की जबचाहा याद कियाये क्या ख़ामोश हो गएक्या काम बाद कियाजब कहा कि अपनाज़रूरत थी तो वाद कियाबदले के बदले यारी कीबदले के बदले साथ दियाजब मतलब था तो तकलीफ़ दीये क्या हिसाब लाद दिया
तेरा दूर चले जाना कुछ इसतरह से लगाजैसे ख़ुद के मरने की खबरख़ुद ही सुनी हो
और हम उनसे कभी कह हीनहीं सकते कि हमसे एकखता हो गई है, हमे उनसेमोहब्बत हो गई है,
हाल नहीं पूछेगी वो मेरा अबअपनी जिंदगी में बहुत खुश हैं वो अब
ज़िन्दगी ख़ूबसूरत हैमुहब्बत होने से पहलेजिन्दगी खूबसूरत हैमुहब्बत मिलने के बाद
खूबसूरत दिखाना चाहते हैसूरत दिखाना चाहते हैसीने में पत्थर रखकरदिल दिखाना चाहते है
रोज़ देखता हूं अपनी चाँदनी कोलेकिन वो बहुत दूर हैमै जमीन हूँ वो आसमान है
तेरी यादें सबूत हैमेरी सच्ची मोहब्बत कीऔर मै गवाह हूँ उनका
वो झूठ कहती है कीअब वक्त नहीं मिलताहकीकत तो ये है किअब उसे बात करनाअच्छा नही लगता
दोनों अपनी-अपनी जगह सही थेआग किसी तीसरे ने लगाई थी
काश उसके लिए मैकुछ कर पाताउससे उसके सारेगम लेकरअपनी सारी खुशियांउसे दे देता
जिंदगी को छूकर बैठे है, मौत कोआजमाकर बैठे है,ये जीना मरना क्या होता है,हम दिल हारकर बैठे है,क्या पता मोहब्बत क्या होती है,हम दिल लगाकर बैठे है,कैसे-कैसे मर्ज है. ये क्या दवा है,हम तो दिल से बीमार बैठे है,क्या पाता चाहत क्या होती हैहम होश गवाकर बैठे है
उतने अच्छे तो नहीं थे हमउतने सही तो नही थे तुममाना कुछ गलतियां हमसे भी हुई थीपर उतने बुरे तो नहीं थे हम
मोहब्बत में फ़िक्र बहुत होती हैमोहब्बत में यादें होती हैयहाँ हाल पूछा जाता हैमोहब्बत में बातें होती है
उससे पूछ कर तो देखोकि कौन है उसका अपना ?उसके हा मे भी मै छुपा हूँ !ना में भी मै छुपा हूँ!
जिंदगी ने दस्तक दीमै कुछ मिटा कर आयादिल की सनक थीसब कुछ लुटा कर आयाजो था वो दे दियाबचा खुचा बाँट कर आयाखतरों की भनक थींदिल में कसक थीचाँद को डुबो करसूरज को काट कर आयापल भर की चमक थीझूठी महक थीउजालों से दूरअँधेरो में लौट कर आया
ज़िंदगी में कभी येमत सोचो कि किसीको अपने किए पर...पछतावा होगा
सच नहीं हो वैसे जैसे हो कोई सपनावो फरिश्ता लगा मुझे जैसे हो मेरा अपना
जिंदगी में कभी भी प्यार मत करनाअगर कोई करता है तो उसेइंकार मत करना
उसके नज़दीक जाकरउससे दूर जाने से अच्छा हैकि मै दूर रहकर हीउसके पास रहूं
मनमानी करने वालेबहुत मिलेंगे यहांदिल रखने वाले जिंदगी मेंकभी-कभी मिला करते है
ऐसा नहीं कीप्यार खत्म हो गयाबस मिला ही नहींकरने वाले को
दिल लगाते हो प्यारकरते होदिल तो लग जाता हैशायद दिमाग़ चलाते हो
होंगे उनके चाहने वाले उसके चाहनेवाले भी कम नहींइन सब में वो नहीं उन सब में वो नहींपानी कम चाय ज्यादा अब नशे मेंवो नहींखाली-खाली जाम सारे अब पीने मेंमरहम नहींअब नहीं रहता कोई मयकश यहां अबकिसी बोतल में दम नहींवो तो वैसे भी बदनाम है उसका कोईनाम नहींहकाल दिया गया जहां से वो वहां उसकाकोई काम नहींऐसी भी क्या जिंदगी यहां खुश वो वहांखुश वो नहींहो सके तो उसे दिल में रखना अब कोईगम नहीं
न जाने मुझे आजकल क्या हो रहा है,शराब थोडी ही पीता हूँ,पर पीने के बाद वो ही याद आ रहा है।
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
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हाथो में शराब की बोतलआज सीने में एक नया दर्दबस लाइलाज थाऔर आया तेरे दर...
पहले से ही पी रखी थींबनाओ पैक मुझे और भी पीना हैहां वो चिलम भी जला दोमुझे वो भी पीना हैकुछ जल रहा है अंदरमुझे सब कुछ फूँक देना है
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
मै जिस दिन लिखना छोड़ दूँ
समझ लेना
सुधर गया हूँ
नहीं तो गुज़र गया हूँ
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नहीं चाहता मै किसी को दुःख देनालेकिन हमेशा मेरे साथ ऐसे होता हैदेखा नहीं जाता किसी का दुःखऔर मुझसे ही किसी का दिल टूट जाता है
तुमसे बात नही करता आजकलइसका मतलब है कितुमने भी हमारा दिल दुखाया है
कोई भी किसी का साथ नहीं देताकोई भी किसी को नहीं समझताकिसी ने भी किसी को भुलाया नहींकोई भी किसी कोकिसी के हाल पर नहीं छोड़ता
आजकल मनाने का नहीं, रूठने का दौर है,निभाता कौन है, रिश्ता तोड़ने का दौर है,
बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,वक्त के साथी बातों के अपने,लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,हालात के साथी हालात के अपने,डरे बिचारे सहमे-सहमे,झूठे दिखावे, झूठे बहाने,झूठे वादे, झूठे सपने,
नींद नहीं आती, चैन नहीं मिलता,जिंदगी सताती है, आराम नहीं मिलता,जान थोडा-थोडा जाती है, जीना नही आता,मौत नही आती, सुकून नहीं मिलता...
अब किसी से मिलने जाऊँ ऐसी कोईवजह तो नही वज़ह हो भी कोई तोवैसी हालत नही***
जिंदगी में कभी-कभी बहुत कुछमिल जाता हैसबकुछ खो देने के बाद
कोशिश करके देखता हूँतुम्हे बताता हूँयह कहकरपानी में गिर गया पत्थर
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होताटूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होतागम में मदिरा भी साथ छोड़ देती हैकोई सनम कोई यारा नहीं होतानया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता हैरूठा टूटा अपना सपना हो जाता हैकौन किसे चाहे यहाँअँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होताउडते होश तनहा कोईखयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होतादिन-ब-दिन ढलती शामडूबती नैया का किनारा नहीं होता
दिन तो कट जाता हैऐसे-वैसेरात में खुद सेमुलाक़ात होती है
मेरा वक्त ख़राब हैहाथों से सब कुछ छूटा हैतुम्हारी बात नहीं मेरी जानमुझसे तो हर कोई रूठा है
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चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें
याद आउं तो बात करेंगे
चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें
बात हो तो याद आओ
कभी वादा निभाने चले जाओकभी उम्मीद जगाने चले जाओभूखों की भीड़ है महंगे शहर मेंकभी हिम्मत देने चले आओनफ़रत सस्ती है दिल के बाजार मेंकभी मोहब्बत देने चले जाओकुछ ला ना सको तो क्याकभी खाली हाथ मिलने चले आओशोर में सुनाई नहीं देती आवाज़कभी बात करने चले आओ
टूटा पत्ता फिरसे नहीं जुड़ताजला हुआ फिरसे नहीं बनतामेरा दिल कभी भी मत तोड़नामै दोबारा नहीं मिलतामुझे कभी भी मत खोनामै पहले जैसे नहीं मिलताकभी भी धोखा मत देनामै फिर से यक़ीन नहीं रखता
हालात नहीं समझतेलोग ताने बहुत मारते हैमजबूरी नहीं समझतेबोल-बोल कर मार डालते है
सुकून मिलता है मै रात को सो जाता हूँनींद आती है और सब कुछ भूल जाता हूँ
आज़ कम से कम मै इतना तो सुधर गया हूं
कि किसी को भी अपना नहीं मानता
किसी पर भी भरोसा नहीं करता
झूठा हूँ मै मुझ पर भरोसा मत करनाहंसकर मर जाऊँगा एक दिन
रात में सुबह के इंतज़ार ने सतायादिन में रात के इंतज़ार ने सतायाखुशी के इंतजार में रहते है सबकिसी को दर्द के इंतज़ार ने सतायाकल क्या होने वाला है पता थाइस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया
अपनों की सूरत उतरते देखा है
बहुत गहरे थे रिश्ते
पल भर में बदलते देखा है
पहले हां में हां मिलाने वाले
फिर बातों से मुकरते देखा है
***
अरे! मुझे लगा मेरे साथ अच्छा क्यों हो रहा है
लेकिन ये तो बूरा होने से पहले की शुरुआत थी
एक बार यकीन तो हमे अपने
कातिल पर भी आ जाए
ये क़स्मत कुछ ठीक नहीं लगती
यहाँ कोई किसी पर भरोसा नहीं करतायहाँ कोई किसी की मदत नहीं करतासब अपने आप के लिए जीते हैंकोई किसी के लिए नही मरता
***
• category-
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तन्हाई अच्छी है झूठ की हँसी से ज्यादाना चाहकर भी किसी से बात करने से ज्यादा
सब कुछ समझता हूंमै किसी से शिकवा नहीं करतासब को समझता हूंकिसी को रुसवा नहीं करता
जिस इंसान का हृदय प्रेम से भरा होजो सबसे प्रेम करता होउसे ठोकर और नफरत के सिवाकुछ भी नहीं मिलता
अपनी चीज़ें और दिल
किसी को दो तो खराब हो जाता है
***
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चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझे याद ही ना करें
याद आउं तो बात करेंगे
चाहता हूँ
कि कुछ लोग मुझसे बात ही ना करें
बात हो तो याद आओ
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खुश नसीब है वो लोग जिन्हें
ईमानदार लोग मिलते हैं
वरना यहां तो पूरी दुनिया ही बेईमान है
***
मुझे जब भी किसी ने समझागलत समझाजिसने भी समझाअधूरा समझा
बार बार मेरे दिल को वो शब्द चुभते हैदुनिया में सबसे ज्यादा मैने जिसे मानाउसी ने मुझे बुरा कहा
भूल जाओ
तो भूख नहीं,
मन में आया
तो कुछ नहीं खाया।
***
अब उम्र बढ़ गई है ना हमारीवो बचपन की बात अलग थीतब चोट कम होती थी परअपनों के सामने रोना आता था
अपनों में छुपे हुए दुश्मन से ज्यादा अच्छा
तो एक दुश्मन ही अच्छा
आपके कुछ अपने ही नहीं चाहतेआप आगे बढ़ोकुछ अच्छा हो आपके साथ
मुझे अपना कहने वाले बहुत है
'सिर्फ अपना कहने वाले बहुत है
जो प्यार करता हैवो शक नहीं करताजो शक करता हैवो प्यार ही नहीं करता
***
दिन कुछ उखड़ा-उखड़ा सा लगता हैकोई बात अच्छी नहीं लगतीरोशनी से दिक्कत हैकोई आवाज़ अच्छी नहीं लगतीनमक छिड़का है हर किसी नेकोई सूरत अच्छी नहीं लगतीदिल ने दिल्लगी की वक्त ने मज़ाकजिदंगी अच्छी नहीं लगतीकिसी से जुदा होने का गममौत अच्छी नहीं लगतीयूं ही लगी है आग धुआं उठा हैछिपी है सूरज की किरणेऔर ये बरसात अच्छी नहीं लगती
जो प्यार करता हैवो शक नहीं करताजो शक करता हैवो प्यार ही नहीं करता
दिन कुछ उखड़ा-उखड़ा सा लगता हैकोई बात अच्छी नहीं लगतीरोशनी से दिक्कत हैकोई आवाज़ अच्छी नहीं लगतीनमक छिड़का है हर किसी नेकोई सूरत अच्छी नहीं लगतीदिल ने दिल्लगी की वक्त ने मज़ाकजिदंगी अच्छी नहीं लगतीकिसी से जुदा होने का गममौत अच्छी नहीं लगतीयूं ही लगी है आग धुआं उठा हैछिपी है सूरज की किरणेऔर ये बरसात अच्छी नहीं लगती
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कुछ गलत कहा हो तोमाफ कर देना दोस्तों 🍹🧂मै नशे में था 🙃🙏
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
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हाँ शराबी भी हूँ,
मयखाने में पीने आया हूँ,
बूरा ना समझो,
जख्मी हूँ,
जख्म सीने आया हूँ,
***
• category -
(1) sad shayari सैड शायरी (2) Breakup love💔
(3) सुंदर विचार (3) Love shayari ❣️ (4) Mother मां
(5) Attitude (6) रिश्तों पर सैड शायरी (7) शराबी
(8) heart touching (9) father पिताजी (10)
Family रिश्ते (11) God भगवान / भक्ती (12)
(13) Friendship दोस्ती (14) Motivational (15)
दर्द को भुलाने के लिए भी लोग शराब पीते है
मै थोडी ही लेता हूँ और जख्म हरे हो जाते हैं।
***
आज बारिश है...दिल की तनहाई है...
हाथो में शराब की बोतल...
और ठहरी साकी भी हैं...
बस अब ये वाली बिजली गरनी बाकी है...
***
पहले दवा की जाम जाम की दवा
चलो पहले जाम ही लेता हूँ दवा
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है
मै जिस दिन लिखना छोड़ दूँ
समझ लेना
सुधर गया हूँ
नहीं तो गुज़र गया हूँ
***
ग़म है
तक़लीफ़ में हूँ
भूल जाओ
ज़ख्मी हूँ
बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,वक्त के साथी बातों के अपने,लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,हालात के साथी हालात के अपने,डरे बिचारे सहमे-सहमे,झूठे दिखावे, झूठे बहाने,झूठे वादे, झूठे सपने,
सब बदल जाते है,कोई वक्त से बदल जाते है,कोई बदलने वालों से बदल जाते है,
किसी ने तोयाद किया मुझेशायद मतलब से...
वक़्त के साथ इंसान के हालातबदल जाते हैं लेकिनयाद रह जाता है कि कौनकिस तरह से पेश आया था
दर्द भी कोई हमारा - तुम्हारा नहीं होताटूटा मन कोई सवाल भी हमारा नही होतागम में मदिरा भी साथ छोड़ देती हैकोई सनम कोई यारा नहीं होतानया पुराना और पुराना बेगाना हो जाता हैरूठा टूटा अपना सपना हो जाता हैकौन किसे चाहे यहाँअँधेरे में नयन का भी सहरा नहीं होताउडते होश तनहा कोईखयाल-ए-ज़ेहन भी हमारा नहीं होतादिन-ब-दिन ढलती शामडूबती नैया का किनारा नहीं होता
कोई सलाह हो तो दो दिल बदल दूँकोई दवा हो तो दो मै खुद को बदल दूँ
अब तो यक़ीन पर भी यक़ीन हमाराउठ सा गया हैयक़ीन ही नहीं होता कि कोईसचमुच हमे अपना समझता है
शिकायतें मर जाती है इस दिल मेंअपनी गलती भी कबूल करता हूँअपनों से प्रेम बहुत हैउनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ
जब क़िस्मत खराब होतो वक्त की क्या बात हैजब वक्त खराब होतो इंसान की क्या औकात है
मेरा सफ़र कांटों का है, मै किसी के साथनहीं,दिल में अंगार है, किसी से नाराज़ नहीं,
देखा नहीं जाता जो आज कह देता हूँरोज अपनों की सूरत में गैरो को देखता
हमे मालूम है दुनिया वालों कीहक़ीक़तइसलिए खुद ही खुद को अपनासलाहगार बना दिया
तेवर तो हममें भी हैपर दिल दुखाने वाली बातकिया नहीं करते
जिसने माफ़ी ना मांगी हमने तोउनको भी माफ़ कर दियाकोई घोर गलती तो नहीं थीऔर माफ करने वालों ने हमेबेझिझक माफ़ कर दिया
पता नही क्या टूटा हैसपने टूटे है कीदिल टूटा हैकिसी से हम रूठे हैकि हमसे कोई रूठा है
भर जाता है पेट भी कभी-कभीदिल टूट के तार तार हो जाने से
रिश्तों के साथ बिताए हुए पलदोबारा लौटकर नहीं आतेअपनों का साथ कम होता है औरयादें लंबी
बदला नहीं में,बस नाराज हूँअपनों से
ये कलयुग है यहां आपजिसको जितना अपना मानोगेउतना ही वो आपकोगैर होने का अहसास दिलाता रहेगा
कुछ भुला दिया जाएगाकुछ छीन लिया जाएगाइंसान भी मिट्टी काएक दीन मिट्टी में मिल जाएगा
सब कुछ भुला देती है, माना किरुला देती है, मौत को भी बुरा कैसे कहूँ,चैन की नींद सुला देती है!
निकला था खुद कीआँख पोंछनेतो खुद ही ख़्वाह-मख़ाहगुनहगार निकलायहाँ वहाँ देखा तो हर कोईज़ख्मी निकला
दिल ने बहुत चाहाकि आज किसी से बात करूंपर कोई ऐसा था ही नहींजिससे बात करता
हां तो हा, नहीं तो नही, मै नहीतो तुम ही सही,जी हां बिलकुल ठीक,चलता हूं,बात करने का मन नहीं,
रात में सुबह के इंतज़ार ने सतायादिन में रात के इंतज़ार ने सतायाखुशी के इंतजार में रहते है सबकिसी को दर्द के इंतज़ार ने सतायाकल क्या होने वाला है पता थाइस कल को उस कल के इंतज़ार ने सताया
वो सुनहरे दिन गए जब पड़ोसी भीअपनों की तरह रहा करते थेआज अपने भी गैरों की तरह पेश आते है
हम तो अपनी आदतों के बर्बाद हैअब पीछा आप ही हमारा छोड़ दो
कोई कहता है कि मैं सबसे दूर चला जाता हूँसच है क्योंकि सब मुझसे दूर चले जाते है
हम दूर से ही खामोश भलेलोग मिलते भी है तोजबान से ज़हर उगलते है
ना तो खुशी कोईना है कोई गम अबथोडा सा बचा है प्यारवो खुद के लिए अब
कुछ अच्छा हो न हो जिंदगी मेंपर कोई न कोई मेरा दिल तोड़ने जरुर आता है
आजकल दिल नहीं टूटताख्वाहिशों के टूटने सेपिछली बार बहुत तड़पा थालगता है मर गया
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टूटे रिश्तों पर शायरी , Quotes
अपनों के घर भी जाओतो मेहमान बनकर जाओअपनों को अपनों का आनाअच्छा नहीं लगतामेहमान के घर भी जाओतो बुलाने पर जाओबिन बुलाया मेहमानमेहमान को अच्छा नहीं लगता
हमे दिखावे के रिश्ते पसंद नहींहम रिश्ते दिल से निभाते हैमिलो तो हाल भी मत पूछना हमाराअगर दिल रखने के लिए बात करते हो
पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछेबुराई करने वाले बहुत मिलते हैअपना तो वो होता हैजो आप को अपमानित होते हुएनहीं देख सकता
बदला नहीं मैबस नाराज़ हूं अपनों से
शिकायतें मर जाती है इस दिल मेंअपनी गलती भी कबूल करता हूँअपनों से प्रेम बहुत हैउनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ
जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दोजहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो
झूठ मूठ का रिश्ताहल्का फुल्का साथबस मीठी-मीठी बातेंऔर पतला प्यार***








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