टूटे रिश्तों पर शायरी , Quotes

prashant suryawanshi
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अपनों के घर भी जाओ
तो मेहमान बनकर जाओ
अपनों को अपनों का आना
अच्छा नहीं लगता
मेहमान के घर भी जाओ
तो बुलाने पर जाओ
बिन बुलाया मेहमान
मेहमान को अच्छा नहीं लगता


बदलते मिजाज़ बदलते लहज़े,
वक्त के साथी बातों के अपने,
लिहाज़ की कमी रिवाज़ के मारे,
हालात के साथी हालात के अपने,
डरे बिचारे सहमे-सहमे,
झूठे दिखावे, झूठे बहाने,
झूठे वादे, झूठे सपने,

Sad Shayari in hindi

काम ना आओ तो सब रूठ
जाते है
जेब खाली हो तो सब दूर
जाते है
कभी भी बीमार मत पड़ना
नहीं तो अपने भी ऊब जाते
 

हमे दिखावे के रिश्ते पसंद नहीं
हम रिश्ते दिल से निभाते है
मिलो तो हाल भी मत पूछना हमारा
अगर दिल रखने के लिए बात करते हो


पीठ पीछे हंसने वाले पीठ पीछे
बुराई करने वाले बहुत मिलते है
अपना तो वो होता है
जो आप को अपमानित होते हुए
नहीं देख सकता


बदला नहीं मै
बस नाराज़ हूं अपनों से


शिकायतें मर जाती है इस दिल में
अपनी गलती भी कबूल करता हूँ
अपनों से प्रेम बहुत है
उनकी गलतियां भी भूल जाता हूँ


जो जायज़ ना हो वो रिश्ता भी तोड़ दो
जहाँ सम्मान ना मिले वो जगह ही छोड़ दो



झूठ मूठ का रिश्ता
हल्का फुल्का साथ
बस मीठी-मीठी बातें
और पतला प्यार
***

 


अपनों की सूरत उतरते देखा है

बहुत गहरे थे रिश्ते

पल भर में बदलते देखा है

पहले हां में हां मिलाने वाले

फिर बातों से मुकरते देखा है

***


आपके कुछ अपने ही नहीं चाहते

आप आगे बढ़ो

कुछ अच्छा हो आपके साथ

 ***


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